प्रसिद्ध धर्मनगरी अयोध्या में, बहुत ही भीषण मामला सामने आया, जहां दिनांक 30 जनवरी से लापता 22 वर्षीय दलित लड़की का शव, बहुत ही बेकार अवस्था में शनिवार को एक नहर के पास पाया गया। युवती की बेरहमी से हत्या की गई, उसके हाथ-पैर तोड़ दिए गए और आंखे भी फोड़ दी गई। साथ ही चेहरे पर कई जगह ज़ख्म के निशान भी थे। शिकायत मिलने पर, पुलिस ने केस दर्ज किया। शव बहुत ही बुरी हालत में था, जिसे देखकर घर की महिलाएं बेहोश हो गई। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है व रिपोर्ट का इंतज़ार है।
ताज़ा जानकारी के अनुसार, तीन आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है, जिनकी पहचान हरी राम कोरी, विजय साहू और दिग्विजय सिंह के रुप में हुई है। मुख्य आरोपी दिग्विजय पीड़िता के पिता का परिचित था और दो महीने पहले लड़की के भाई ने उसे पीटा था, जिसके बाद से वह खुन्नस में था। पुलिस ने दावा किया है कि तीनों ने शराब के नशे में यह कार्य किया है।
इस घटना के बाद राजनीति भी शुरु हो गई है। सपा के फैज़ाबाद से सांसद अवधेश प्रसाद फूट फूटकर रोते हुए नज़र आए। एक प्रेस वार्ता के दौरान, उन्होंने सरकार को लताड़ते हुए कहा कि यदि इस मामले में न्याय नही मिला तो वे इस्तीफा दे देंगे। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भी आरोपियों के खिलाफ तत्काल कार्यवाही तथा पीड़ित परिवार के लिए मुआवजे की मांग की है। वहीं लोक सभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने इस घटना की निंदा करते हुए आरोप लगाया है कि भाजपा बहुजन विरोधी पार्टी है व उनके कार्यकाल में इस प्रकार के अत्याचारों में इज़ाफ़ा हुआ है। साथ ही प्रशासन पर अनदेखी का आरोप भी लगाया है। पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भी रोष व्यक्त करते हुए हुए कहा कि यह बेहद दुः खद और गंभीर मामला है। सरकार सख्त कदम उठाए, ताकि इस प्रकार की घटना फिर से दोहराई न जाएं। प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी अपनी तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस प्रकार की घटनाएं पूरी मानवता को शर्मसार कर देती है। भाजपा के जंगलराज में दलित, पिछड़ों और गरीबों की सुनने वाला कोई भी नही है। साथ ही यह भी कहा कि दोषियों के खिलाफ कठिन से कठिन कार्यवाही हो।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी निशाना साधते हुए कहा कि इस घटना में सपा का कोई न कोई व्यक्ति अवश्य शामिल होगा। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सपाई किसान, गरीब, बेटी, बहन, युवा व व्यापारी के साथ नहीं बल्कि माफिया व अपराधियों के साथ खड़ी होती है। कोई घटना घटित होती है तो सपा का हाथ होता है या वह षडयंत्र में शामिल रहती है।
इस तरह की घटनाओं के बाद आरोप-प्रत्यारोप की झड़ी लगना अब सामान्य सी बात हो गई है, लेकिन इन सब के बीच न्याय अक्सर कही खो सा जाता है। हम यही अपेक्षा करते है कि पीड़ित को उचित न्याय मिले व दोषियों को इस तरह की सज़ा मिले, जिससे भविष्य में कोई ऐसा अपराध करने की सोच भी न सके।