बाबा रामदेव की पतंजलि की मुश्किलें खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है। बॉम्बे उच्च न्यायालय ने बाबा रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड को बड़ा झटका दिया है। दिल्ली हाईकोर्ट ने बाबा रामदेव को आदेश दिया है कि, वे पतंजलि आयुर्वेद की कोरोनिल टैबलेट को कोविड की दवा बताने का दावा 3 दिन के अंदर वापस लें। हाईकोर्ट ने सोमवार (29 जुलाई) को पतंजलि और बाबा रामदेव के खिलाफ डॉक्टरों की कई एसोसिएशन की तरफ से दाखिल याचिका पर यह आदेश दिया है।
कपूर उत्पाद बेचने पर लगाई थी रोक
कोर्ट ने मंगलम ऑर्गेनिक्स लिमिटेड की ओर से दायर ‘ट्रेडमार्क’ उल्लंघन मामले में पतंजलि के कपूर उत्पाद बेचने पर रोक लगाई गई थी। मंगलम ऑर्गेनिक्स ने बाद में एक आवेदन दायर कर दावा किया था कि, पतंजलि अंतरिम आदेश का उल्लंघन करते हुए कपूर उत्पाद बेच रही है इसलिए कंपनी पर आदेश के उल्लंघन की कार्रवाई की जाए। न्यायमूर्ति चागला ने पतंजलि को दो सप्ताह में 4 करोड़ रुपए जमा करने का निर्देश दिया है। इससे पहले भी, इस महीने की शुरुआत में अदालत ने कंपनी को 50 लाख रुपए जमा करने का निर्देश दिया था।
पहले भी लग चुका है जुर्माना
बता दें कि, बॉम्बे उच्च न्यायालय ने इसके पहले 10 जुलाई को भी बाबा रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड पर 30 अगस्त 2023 के निषेधाज्ञा आदेश के उल्लंघन मामले में 50 लाख का जुर्माना लगाया था। उस समय कोर्ट ने कहा था कि, न्यायालय आदेश का बार-बार उल्लंघन बर्दाश्त नहीं कर सकता।
कोर्ट के आदेश का पतंजलि के द्वारा उल्लंघन किया जा रहा
मंगलम ऑर्गेनिक्स के साथ चल रहे ट्रेडमार्क मामले में सुनवाई करते हुए कोर्ट ने पतंजलि के कपूर बिक्री पर रोक लगा दी थी। हालांकि, इसके कुछ ही दिनों बाद मंगलम ऑर्गेनिक्स ने कोर्ट में याचिका डाली। जिसमें बताया गया कि, कोर्ट के आदेश का पतंजलि के द्वारा उल्लंघन किया जा रहा है। यह मामला सामने आते ही पतंजलि ने कोर्ट में बिना शर्त माफी मांगी और आगे ऐसी गलती ना दोहराने का भी भरोसा दिया। पतंजलि ने अपने बचाव में कोर्ट में बताया कि, आदेश पारित होने तक विक्रेताओं को 49 लाख रुपए के प्रोडक्ट भेजे जा चुके थे। अभी भी विक्रेताओं के पास 25 लाख रुपए के प्रोडक्ट रखे हुए हैं। हालांकि, उसे बेचने पर रोक लगा दी गई है।
देखा जाए तो पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड भारत ही नहीं बल्कि देश विदेशों की भी जानी-मानी कंपनी है। यह आयुर्वेदिक उत्पादों के निर्माण और बिक्री करती है। इस कंपनी की स्थापना योग गुरु बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने की थी और देखा जाए तो पतंजलि आयुर्वेद ही एक ऐसी कंपनी है,जिसने बहुत कम समय में ही भारतीय बाजार में अपनी एक अलग पहचान बनाई हैं।