भारतीय क्रिकेट टीम के पिछले ख़राब प्रदर्शन के बाद टीम के अंदर और बाहर तनाव की स्थिति बन गई है। अश्विन का अचानक संन्यास लेना हो या टीम में आपसी कलह…रोहित समेत टीम के कई सीनियर खिलाड़ी सवालों के घेरे में हैं और चर्चा उनके रिटायर्मेंट तक भी पहुंच रही है। सवाल कई हैं जैसे क्या अब रोहित की किसी भी रूप में जगह बनती है या नहीं? क्या कोहली का कद इतना बड़ा हो चुका है कि लगातार एक ही तरह की गलती के बाद भी उन्हें सुधार के लिए कोई कुछ नहीं कह सकता? क्या नेचुरल गेम के नाम पर पंत जैसे शानदार खिलाड़ी गैर जिम्मेदाराना हरक़ते करते रहेंगे? इसके अलावा ड्रेसिंग रूम से भी कई ख़बरें बाहर आई हैं, ऐसे में टीम मे विश्वास जैसी मूल संरचना का उल्लंघन और टीम कल्चर भी बुरी वजह से सवालों में हैं। सभी सवालों के जवाब अब तक नहीं मिले हैं। लेकिन कोच गम्भीर ने कुछ बातें जरूर कहीं क्या कहीं है आइए जानते हैं।
कल एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ड्रेसिंग रूम में तनाव की रिपोर्ट के बीच गंभीर ने कहा कि वे सिर्फ रिपोर्ट हैं, सच नहीं। गंभीर ने से पहले कहा, ‘कोच और खिलाड़ी के बीच की बात ड्रेसिंग रूम में ही रहनी चाहिए। तल्ख शब्द। ये सिर्फ रिपोर्ट हैं , सच नहीं।’ उन्होंने कहा, ‘जब तक ईमानदार लोग ड्रेसिंग रूम में हैं, भारतीय क्रिकेट सुरक्षित हाथों में है। आपको एक ही चीज ड्रेसिंग रूम में रख सकती है और वह है प्रदर्शन।’ उन्होंने कहा, ‘ईमानदारी से बात कही गई और ईमानदारी महत्वपूर्ण है।’ गंभीर ने यह भी कहा कि उन्होंने सीनियर बल्लेबाज विराट कोहली और कप्तान रोहित शर्मा से टेस्ट मैच जीतने की रणनीति के अलावा कोई बात नहीं की। उन्होंने कहा, ‘हर खिलाड़ी को पता है कि उसे कहां सुधार करना है। हमने उनसे एक ही बात की है कि टेस्ट मैच कैसे जीतने हैं।’
उनसे पूछा गया था कि मैच से पूर्व प्रेस कांफ्रेंस में कप्तान क्यों नहीं आए, जबकि आम तौर पर कप्तान ही आते हैं और क्या वह अंतिम एकादश में होंगे। गंभीर ने कहा, ‘रोहित ठीक हैं। मुख्य कोच यहां है और यह काफी होना चाहिए। पिच को देखने के बाद अंतिम एकादश पर फैसला लेंगे।’
गंभीर ने यह भी पुष्टि की कि तेज गेंदबाज आकाश दीप कमर में जकड़न के कारण आखिरी टेस्ट नहीं खेलेंगे हालांकि उन्होंने विकल्प का खुलासा नहीं किया। आकाश ने ब्रिसबेन और मेलबर्न में दो टेस्ट खेलकर पांच विकेट लिए हैं। वह बदकिस्मत रहे कि उनकी गेंदबाजी के दौरान दोनों मैचों में कैच छूटे। कोच गौतम गंभीर ने कहा, ‘आकाश दीप कमर की तकलीफ के कारण बाहर है।’ आकाश दीप ने दो टेस्ट में 87.5 ओवर फेंके और अधिक कार्यभार भी उनकी चोट का कारण हो सकता है। ऑस्ट्रेलियाई मैदानों पर तेज गेंदबाजों को घुटने, टखने और कमर के मसले आते हैं। आकाश दीप की जगह हर्षित राणा या प्रसिद्ध कृष्णा खेल सकते हैं।
क्या पुजारा को टीम में होना चाहिए था?
मौजूदा दौरे पर तीसरे क्रम पर तीन बल्लेबाजों को आजमाया गया। पहले टेस्ट में देवदत्त पडिक्कल इस क्रम पर उतरे थे और दोनों पारियों में फेल हो गए थे। उनके बाद शुभमन गिल ने इस नंबर पर निराशाजनक प्रदर्शन किया। मेलबर्न टेस्ट में गिल को बाहर किया गया तो केएल राहुल को तीसरे क्रम पर मौका मिला और वह भी कुछ ख़ास नहीं कर पाये। ऐसे में टीम में चेतेश्वर पुजारा को नहीं शामिल किए जाने को लेकर अभी तक सवाल उठाए जा रहे हैं। अब इस मामले में नया अपडेट सामने आया है। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, गंभीर चाहते थे कि पुजारा टेस्ट टीम में वापस आएं, लेकिन चयनकर्ताओं ने इस कदम को खारिज कर दिया।
लगातार मिल रही हार से गंभीर का धैर्य भी जवाब दे गया है। मेलबर्न में मिली हार के बाद कोच गंभीर का गुस्सा फूट पड़ा था। उन्होंने ड्रेसिंग रूम में पूरी टीम की क्लास लगा दी। खिलाड़ियों को नियमों का पालन करने की चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि आगे चलकर जो लोग उनकी पूर्व-निर्धारित टीम रणनीति का पालन नहीं करेंगे, उन्हें धन्यवाद कह दिया जाएगा।