एक दु:खद घटना में,बस से भुवनेश्वर जा रहे 48 यात्री ड्राइवर की सूझबूझ के बलबूते एक बड़ी विपत्ति से बाल-बाल बच गए। ड्राइवर ने उसकी दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु से ठीक पहले कुशलतापूर्वक बस को चलाया और उसे सड़क किनारे एक दीवार से टक्कर मारकर उसे रोक दिया।
जानकारी दी गई कि बस के चालक की पहचान सना प्रधान के रूप में हुई है, जिसे गाड़ी चलाते समय सीने में दर्द होने लगा और उसने स्टीयरिंग से नियंत्रण खो दिया। उसे लगा कि शायद उसे हार्ट अटैक आ रहा है। उस समय उसने सूझबूझ का परिचय देते हुए बस की steering एक दीवार की तरफ मोड़ दी। परिणाम स्वरूप अनियंत्रित हुई बस दीवार से टकराते ही रुक गई और एक बड़ा हादसा होने से बच गया। बस में सवार यात्री पुलिस को सूचना देते हुए अन्य लोगों की मदद से चालक को अस्पताल ले गये। जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। चिकित्सकों ने ड्राइवर की मौत का कारण हार्ट अटैक आना बताया है।
पुलिस ने बताया कि सना को गाड़ी चलाते वक्त सीने में दर्द होने लगा और इसके चलते उन्होंने स्टीयरिंग से कंट्रोल खो दिया। टिकाबाली पुलिस स्टेशन के प्रभारी इंस्पेक्टर कल्याणमयी सेंधा ने मीडिया को बताया कि बस ड्राइवर को एहसास हुआ कि वो आगे गाड़ी नहीं चला पाएगा इसलिए उसने वाहन को सड़क के किनारे की दीवार से टकरा दिया, जिसके बाद बस रुक गई और यात्रियों की जान बचाई जा सकी।
इसी तरह का मामला पिछले साल भी आया था सामने
इसी तरह का एक मामला पिछले साल दिसंबर में भी सामने आया था। मध्य प्रदेश के जबलपुर में एक भीषण एक्सीडेंट हुआ। एक मेट्रो बस अनियंत्रित होकर राह चलते लोगों और गाड़ियों पर चढ़ गई। एक्सीडेंट को लेकर लोग कयास लगा रहे थे कि बस ड्राइवर नशे में था, जिसके कारण ऐसी दुर्घटना हुई। हालांकि जब घटनास्थल पर लोग पहुंचे तो उन्होंने देखा कि ड्राइवर बेहोश पड़ा हुआ था। बाद में पुलिस ने जानकारी दी कि ड्राइवर को हार्ट अटैक आया था।