अफ्रीका महाद्वीप का दूसरा सबसे बड़ा देश कांगो शहर फिर से बाढ़ और भूस्खलन की चपेट में है। शहर में रात भर हुई मूसलाधार बारिश का कहर लगातार जारी है। इस बारिश के चलते कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई हैं। न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, भारी बारिश कि वजह से कई जगहों पर भूस्खलन जैसी स्थिति भी बनी हुई है, जिसकि वजह से कई मकान ढह गए हैं। कम्यून के मेयर जीन बालेक मुगाबो ने इसकी जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है, क्योंकि कई लोगों को गंभीर चोट भी आई है जिसके बाद सभी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है।
इससले पहले भी इस तरह की घटना हो चुकी
आपको बता दे कि इससे पहले भी सितंबर महीने में उत्तर-पश्चिमी कांगो में मूसलाधार बारिश की वजह से भूस्खलन हुआ था, जिसमें कम से कम 17 लोगों की मौत हो गई थी। वही नागरिक समाज संगठन फोर्सेस वाइव्स के अध्यक्ष मैथ्यू मोल के मुताबिक इस घटना की सूचना मिली थी। बताया गया था कि यह आपदा उत्तर-पश्चिमी मोंगाला प्रांत के लिसल शहर में कांगो नदी के किनारे हुई थी।इतना ही नहीं बल्कि इससे पहले अफ्रीका के कई देशों में चक्रवात फ्रेडी ने भी तबाही मचाई थी। यहां मलावी, मोजाम्बिक और मेडागास्कर में भारी बारिश-बाढ़ और भूस्खलन के चलते काफी नुकसान हुआ थी। उस घटना से इन देशों के हजारों लोगों के घर तबाह हो गए थे।
कांगो में 20 दिसंबर को होना है आम चुनाव
आपको बता दें कि कांगो में 20 दिसंबर को आम चुनाव होना है। जिसके लिए अब यह एक बड़ी चुनौती है। चुनाव प्रचार के बीच अफ्रीका के दूसरे सबसे बड़े देश में कमजोर बुनियादी ढांचा उजागर हुआ है, खासकर दक्षिण किवु जैसे संघर्षग्रस्त पूर्वी प्रांतों में, जिसमें बुकावु शहर मौजूद है।