दिल्ली में हो रहे, G-20 शिखर सम्मेलन को ध्यान में रखते हुए दिल्ली में सभी दुकानें, ऑफिस ,स्कूल कॉलेजस को 8 सितंबर से 10 सितंबर तक बंद रखने का फैसला लिया गया है। इस दौरान सभी कर्मचारियों या श्रमिकों को पेड हॉलिडे दिया जाएगा। दिल्ली में होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन में अन्य देशों के प्रमुख मेहमान व बड़े-बड़े नेता शामिल होने वाले हैं इसलिए इस बैठक को बहुत अहम माना जा रहा है। ये सम्मेलन भारत के लिए काफी अहम है। इसको ध्यान में रखते हुए दिल्ली में बहुत जोरों-शोरों से तैयारी की जा रही है। सभी तरफ साफ-सफाई व खाने का मेन्यू भी तय किया गया है। उस मेन्यू में खाने के सभी व्यंजनों को शाकाहारी रखा गया है। इसके लिए दिल्ली के मौर्य शेरेटन होटल के विशेष शेफ को तय किया गया है।
कब हुई G-20 की स्थापना
G-20 की स्थापना 1999 में एशियाई वित्तिय संकट के बाद वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों के लिए वैश्विक आर्थिक और वित्तीय मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक मंच के रूप में की गई थी। 2007 के वैश्विक आर्थिक और वित्तीय संकट को मद्देनजर रखते हुए किया गया। जिसके बाद साल 2009 में इसे अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक सहयोग के लिए प्रमुख मंच का नाम दिया गया।
सम्मेलन से पहले का कार्यक्रम
जी20 सम्मेलन के शुरू होने से पहले सभी राष्ट्रीय अध्यक्ष राजघाट पहुचेंगे। इसके लिए लोक निर्माण विभाग राजघाट को सजाने के काम में लगा हुआ है। राजघाट चौराहा और इसके आसपास के इलाकों में पेड़-पौधों को लगाकर उन्हें सुंदर बनाने का काम किया जा रहा है। साथ ही राजघाट का दौरा करने के बाद सभी मेहमान वेन्यू पर वृक्षारोपण भी करेंगे।
नई दिल्ली जिले के लिए एडवाइजरी।
• यहां बाहरी वाहनों की आवाजाही बंद रहेगी।
• सरकार ने ऑनलाइन क्लासेज और वर्क फ्रॉम होम की भी सलाह दी है, क्योंकि ट्रैफिक डायवर्जन के चलते लोगों को गंतव्य तक पहुंचने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
• डीटीसी, क्लस्टर, भारी वाहनों और निजी बसों का पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा। एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन जाने वालों की अनुमति मिलेगी, लेकिन उन्हें टिकट दिखाना पड़ेगा। साथ ही ट्रैफिक पुलिस ने उन्हें नई दिल्ली से बचकर जाने की सलाह दी है।
क्या है दिल्ली वालों के लिए राहत?
• नई दिल्ली जिले को छोड़कर पूरी दिल्ली में सामान्य तरीके से आवाजाही रहेगी। हालांकि, शिक्षण संस्थान, निजी और सरकारी कार्यालय बंद रहेंगी।
• सरकार ने ऑनलाइन क्लासेज और वर्क फ्रॉम होम की भी सलाह दी है, क्योंकि ट्रैफिक डायवर्जन के चलते लोगों को गंतव्य तक पहुंचने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
• नई दिल्ली के, होटल जिनमें विदेशी मेहमान ठहरे हुए होंगे कर्मचारियों, ड्यूटी में लगे कर्मचारी और आवश्यक कार्यों में लगे कर्मियों को अपना आईकार्ड दिखाने के बाद ही आने-जाने की अनुमति दी जाएगी।
• खाने-पीने का सामान, दूध, फल और दवाइयों के वाहनों को नहीं रोका जाएगा।
• नई दिल्ली इलाके में रहने वाले लोगों पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा, लेकिन उन्हें पते से संबंधित दस्तावेज दिखाना होगा।
• सात सितंबर तक पूरी दिल्ली सामान्य दिनों की तरह चलती रहेगी।
• राज्य सरकार ने सभी व्यवसायिक संस्थानों को बंदी के दौरान अपने कर्मचारियों को पूरा वेतन देने का निर्देश दिया है।
• अस्पतालों में जाने के लिए रोक नहीं रहेगी, इलाज के दस्तावेज दिखाने होंगे।
सभी राष्ट्रध्यक्षों की पत्निया भी होंगी शामिल।
G 20सम्मेलन में सभी राष्ट्रध्यक्ष के साथ उनकी पत्नियां भी भारत आएंगी। उनके लिए भी दिल्ली में विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं। मिली जानकारी के मुताबिक सभी राष्ट्रध्यक्षों की पत्नियां सबसे पहले दिल्ली की नेशनल मॉर्डन आर्ट गैलरी का दौरा करेंगी। इसके बाद वे सभी पूसा स्थित इंडियन एग्रीकल्चर रिसर्च इंस्टीट्यूट भी जाएगी।