इंदौरियों का उत्साह हमेशा की तरह इस बार भी सातवें आसमान पर था जब परंपरागत और ऐतिहासिक गेर के इस महा उत्सव में हिस्सा लेने के लिए लोग सुबह से ही राजवाड़ा पहुंचने लगे। भीड़ इतनी की पैर रखने तक की जगह भी नहीं थी। इस बार 5 लाख से ज़्यादा लोग गेर का हिस्सा बने, जिसमें ज़्यादातर महिलाएं और बच्चे थे।
गेर में रंगों और धुनों का मेला
गेर में जमकर रंग गुलाल उड़ाया गया और डीजे की धुन पर लोग जमकर थिरकते हुए नज़र आए। दावा हैं कि इस बार गेर में 30 हज़ार किलो गुलाल उड़ाया गया था जो एक बहुत बड़ी संख्या हैं। गेर में 28 टैंकरों से रंग बरसाया गया और 30 ट्रैक्टर ट्रॉली भरकर पानी का इस्तेमाल हुआ। कुल 5 लाख लीटर पानी का इस्तेमाल हुआ। मनोरंजन के लिए 26 बैंड और डीजे पार्टी थी, जिनकी धुनों पर लोग आनंद उठाते रहे। गेर में 40 मिसाइलों से बारिश हुई, जिससे 200 फीट दूर तक पानी फैल गया। इसके अलावा 32 झांकियां और 35 हैंडपंप भी शामिल थे। 28 टैंकरों और 25 कंप्रेशर रंग मशीनों का भी उपयोग हुआ।
गेर की दीवानगी और विदेशियों की भागेदारी
गेर के प्रति दीवानगी इस हद्द तक थी कि 370 छतें बुक कराई गई थीं। करीब 5000 लोगों ने घरों और छतों से इसका लुत्फ़ उठाया। इस भव्य आयोजन में विदेशियों ने भी अपनी मौजूदगी दर्ज कराई, जिसमें करीब 80 NRIs शामिल थे।
कुछ दुखद घटनाएं
हालांकि इस बेहतरीन आयोजन में भी कुछ घटनाओं ने इंदौर के लोगों को बहुत पीड़ा दी होगी। जिसमें सबसे प्रमुख हैं 24 साल के रुक्मिणी नगर में रहने सनी मौर्य की tanker के पहिए के नीचे आ जाने से मौत हो जाना। पीड़ित परिवार के लिए 4 लाख के मुआवजे की घोषणा की गई हैं, लेकिन घर का दीपक हमेशा के लिए बुझ गया। इसके अलावा कुछ लोग गेर में बेहोश भी हो गए थे।
प्रशासन की सतर्कता
इस आयोजन के दौरान पुलिस एवं प्रशासन मुस्तैदी से तैनात थे। हुड़दंगियों और बदमाशों को हिरासत में लिया गया। सादी वर्दी में क्राइम ब्रांच के लोग मौजूद थे जिन्होंने 40 बदमाशों और दिल्ली-हरियाणा से चैन लूटने वाली महिलाओं की टोली को पकड़ा। गेर में महिलाओं से अभद्र व्यवहार और गलत कमेंट करने वाले, छेड़छाड़ करने वाले, गलत तरीके से रंग डालने वाले और जूते चप्पल उछलकर गेर का माहौल खराब करने वाले 8 बदमाशों को भी पकड़ा गया।
इंदौर के सफाई मित्रों का कारनामा
रंगपंचमी की ऐतिहासिक गेर में, इंदौर ने फिर एक बार सफाई के प्रति अपने जुनून से सबको आकर्षित किया। जब रंग, गुलाल, गुब्बारों से से सनी हुई सड़के कुछ ही समय में एकदम चकाचक हो गई, तो सब हैरान रह गए। इस शानदार आयोजन में 30 हज़ार किलो गुलाल उड़ाया गया था, जिसमें करीब 5 लाख लोगों ने हिस्सा लिया। बाद में इसे साफ करना एक बड़ी चुनौती थी, जिसे हमारे सफाई मित्रों ने बखूबी कर दिखाया। कुल-मिलाकर ये एक ऐसा आयोजन था जो सभी को बड़े लंबे वक्त तक याद रहेगा।