अहमदाबाद की गुजरात यूनिवर्सिटी में शनिवार, 16 मार्च की रात को विदेशी छात्रों के साथ मारपीट का मामला सामने आया है। गुजरात यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में नमाज पढ़ने को लेकर विवाद और पत्थरबाजी हुई। तमाम वीडियो और लोगों के बयान लेने के बाद पुलिस इस मामले की जांच में जुटी हैं। DCP तरुण दुग्गल ने कहा है कि, आरोपियों को पकड़ने के लिए 9 टीम बनाई गई है। इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर 20 से 25 अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है। बाकी आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
छात्रों ने कहा है कि, अहमदाबाद स्थित परिसर में कोई मस्जिद नहीं है, इसलिए हम तरावीह (रमजान के दौरान रात में पढ़ी जाने वाली नमाज) अदा करने के लिए हॉस्टल के अंदर इकट्ठा हुए थे। इसके तुरंत बाद, लाठियों और चाकुओं से एक भीड़ ने हॉस्टल पर हमला कर दिया और उनके कमरों में तोड़फोड़ भी शुरू कर दी। छात्रों ने बताया कि, हॉस्टल के सुरक्षा गार्ड ने भीड़ को रोकने की कोशिश की लेकिन नाकामयाब रहे।
गुजरात के गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने इस घटना को लेकर सुबह मीटिंग बुलाई थी। इस मीटिंग में गुजरात यूनिवर्सिटी की कुलपति नीरजा गुप्ता भी मौजूद रही। बाद में वह पुलिस कमिश्नर जी एस मलिक के साथ घायल छात्रों को देखने के लिए एसवीपी अस्पताल पहुंची। गुजरात यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में अफगानिस्तान, उज़बेकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, भूटान, सीरिया और अफ्रीकी छात्रों समेत लगभग 300 विदेशी छात्र पढ़ते हैं। यूनिवर्सिटी के ए -ब्लॉक हॉस्टल में यह घटना हुई है जिस ब्लॉक में लगभग 75 विदेशी छात्र रहते हैं।
हॉस्टल में रहने वाले विदेशी छात्रों का कहना है कि, हम यहां पढ़ाई करने आते हैं। अगर हम लोगों से इतनी परेशानी है तो, सरकार हमे वीजा ही ना दे। पीड़ित छात्रों ने कहा कि, हॉस्टल के कमरों में घुसकर उनकी पिटाई की गई। उनके लैपटॉप, एसी, अलमारी, टेबल, दरवाज़े, म्यूजिक सिस्टम आदि सामानों को तोड़ा गया है। छात्रों ने कहा कि, हम यहां तमाम त्योहारों में हिस्सा लेते हैं, हमने कभी किसी में भेदभाव नहीं किया, सब हमारे भाई ही है लेकिन हमे यह उम्मीद नहीं थी।
राज्य सरकार अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। पुलिस ने हॉस्टल में तोड़फोड़ और पथराव से जुड़े तमाम सबूतो के आधार पर एक आरोपी की पहचान भी की है। पुलिस का कहना है कि, वह एक संगठन से जुड़ा हुआ है। आरोपियों के खिलाफ पुलिस स्टेशन में IPC की धारा 143, 144, 147, 148, 149, 427, 323, 324, 337, 447 के तहत FIR दर्ज की गई है।