हरदा की पटाखा फैक्ट्री में हुए हादसे के बाद जिला प्रशासन और पुलिस ने बुधवार को पटाखा फैक्ट्रियों व गोदामों की जांच की। जिस दौरान 16 अलग-अलग जगहों की फैक्ट्रियों व गोदामों को सुरक्षा व नियमों की धज्जियां उड़ाने पर सील कर दिया गया। जिसमें चार दुकानों के लाइसेंस निरस्त करने की भी कार्रवाई की जा रही है। अलग-अलग टीमों ने राऊ, महू,हातोद,सिमरोल, मौरादा माचला, घोसीखेड़ा,सहित अन्य स्थानों पर पटाखा दुकानों और गोदामों की जांच की।
इंदौर कलेक्टर ने दिए निर्देश
कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देश पर सभी SDM ने पुलिस अधिकारियों के साथ अपने-अपने क्षेत्र की पटाखा फैक्ट्रियों व गोदामों का निरीक्षण किया। इस दौरान लाइसेंस, सुरक्षा और अनियमितताओं की जांच की गई। महू SDM विनोद राठौर ने हरसौला में 13 गोदामों व दुकानों का निरीक्षण किया। जिस दौरान पता चला कि ओम साई बाबा एजेंसी में कच्चा रॉ- मटेरियल री-पैकिंग किया जा रहा था, जबकि लाइसेंस भंडारण का बना हुआ है। विनोद राठौर ने एजेंसी के मालिक जय प्रकाश सुखयानी के खिलाफ FIR दर्ज करने के निर्देश दिए है।
पटाखा फैक्ट्री और गोदामों को किया गया सील
भिचौली हप्सी की SDM कल्याणी पांडेय ने बताया कि, बुधवार को थाना क्षेत्र तेजाजी नगर में राजस्व एवं पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से पटाखे गोदाम के 14 गोदामों की बारीकी से जांच की गई। साथ ही नियमों का पालन न किए जाने पर पांच गोदामों के खिलाफ कार्रवाई की गई। इनमें कैलोद करताल के तीन और मौरोद के दो गोदाम सील किए गए है। इसी तरह राऊ क्षेत्र के SDM राकेश परमार ने रंगवासा क्षेत्र में, खुडेल क्षेत्र में SDM अजीत श्रीवास्तव ने और हातोद में SDM अजय भूषण शुक्ला ने गोदामों की जांच की। इसमें एक पटाखा फैक्ट्री और पांच गोदामों को सील किया गया।
पहले भी हो चुके है ऐसे हादसे
साल 2011 में दशहरे के दिन राऊ में एक पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट हुआ था। जिसमें 9 लोगों की मौत हुई थी। ठीक इसी तरह का एक और हादसा 2017 में इंदौर के रानीपुरा में दिलीप फायर शॉप में भी हुआ था। इसमें भी करीबन 7 लोगों की मौत व कई लोग घायल हुए थे।