हिजबुल्लाह के आतंकियों की ओर से बीते रविवार को इजराइल पर जोरदार हवाई हमला किया गया है। हिजबुल्ला की ओर से 40 से अधिक रॉकेट छोड़े गए। जिस हमले से इजराइल में 12 से अधिक बच्चों की मौत हो गई। वहीं हमले में 37 से अधिक लोग जख्मी हुए हैं। यह हमला इजराइल के कब्जे वाले गोलन हाइट्स स्थित एक फुटबॉल मैदान पर किया हैं। लेकिन हिजबुल्लाह ने इस हमलों में उसका हाथ होने को नकार दिया है। जोकि इजरायल ने कहा कि, वह झूठ बोल रहा है। हिजबुल्लाह को अब इजरायल के बड़े हमले का डर है, जिसे देखते हुए लेबनान के दक्षिणी इलाकों के कई हिस्सों को खाली करा दिया गया है।
हमास के बाद सबसे बड़ा अटैक
हालही में 7 अक्टूबर को हुए हमास के हमले के बाद इजराइल के नागरिकों पर हुआ यह सबसे घातक हमला है। इजरायल का मानना है कि, हिजबुल्लाह ने अपनी सेना के मारे जाने के बदले के रूप में इस हमले को अंजाम दिया है। इस हमले से पहले बीते शनिवार को सीमा पार हिंसा हुई थी, जिसमें हिजबुल्ला के तीन सैनिक मारे गए थे। इजरायली सेना के मुताबिक, गोलान हाइट्स पर रॉकेट दक्षिणी लेबनान के चेबा गांव के उत्तर में स्थित क्षेत्र से दागा गया है।
कहां बसा है गोलान हाइट्स
गोलान हाइट्स इजरायल, सीरिया और लेबनान की सीमा पर बसा एक इलाका है। यह क्षेत्र 1967 से पहले तक सीरिया का हिस्सा था। मगर 1967 के 6 दिन के युद्ध में इजराइल ने गोलान हाइट्स को सीरिया से छीन लिया था। जिसके बाद इस पर उसने कब्ज़ा जमा लिया और साल 1981 में गोलान हाइट्स को अपने देश में मिला लिया था। इंटरनेशनल कानूनों और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के तहत गोलान हाइट्स को इजरायल द्वारा दिया हुआ क्षेत्र माना जाता है। देखा जाए तो यहां करीब 25,000 इजरायली यहूदी भी रहते हैं। यहां रहने वाले अधिकतर ड्रूज खुद को सीरियाई मानते हैं और उन्होंने इजरायली नागरिकता को ठुकरा दिया है। मजदल शम्स की रीजनल काउंसिल की मानें तो मारे गए 12 बच्चों में से किसी के पास भी इजरायली नागरिकता नहीं थी।
पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने दी चेतावनी
इस हमले को लेकर इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने पलटवार की चेतावनी देते हुए कहा है कि, हिजबुल्ला को इसकी कीमत चुकानी होगी। इजरायली विदेश मंत्री इजरायल काट्ज ने कहा कि, हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह को अपने सिर से इसकी कीमत चुकानी होगी। जबकि वित्त मंत्री बेजेल स्मोट्रिच ने चेतावनी दी कि, इजरायल हिजबुल्लाह के साथ पूर्ण युद्ध की ओर बढ़ रहा है।
देखा जाए तो दोनों के बीच का संघर्ष यह दर्शाता है कि, दोनों पक्ष आमने-सामने टकराव से बचने में लगे हैं। लेकिन अब सवाल उठता है कि, रविवार को हिजबुल्लाह के हमले के बाद इजरायल क्या जवाबी कार्रवाई करेगा और करेगा भी तो कब तक ? क्योंकि हिजबुल्लाह के हमलों में एक दिन में मरने वालों की यह सबसे बड़ी संख्या है।