स्ट्रीट के कोनो से लेकर ग्लोबल स्टेज तक, हिप हॉप दुनिया की सबसे प्रमुख म्यूजिक जॉनर और कल्चरल मूवमेंट में से एक बन गया है। हिप हॉप के इतिहास की महत्वपूर्ण घटनाओं और इसके विस्फोटक विकास का अन्वेषण करें।
हिप-हॉप आखिर है क्या?
“रैप एक ऐसी चीज़ है जो आप करते हैं; हिप हॉप एक ऐसी चीज़ है जिसे आप जीते हैं।” केआरएस वन की ये लाइन हिप-हॉप की डेफिनिशन मे सटीक बैठती है। हिप हॉप संगीत से कहीं अधिक है; यह एक कल्चरल रेवोल्यूशन है जिसमें कला के विभिन्न एलिमेंट शामिल हैं। मेजरली हिप हॉप के चार एलिमेंट डीजेिंग/टर्नटेबलिज्म, एमसीइंग/रैपिंग, बी-बॉयिंग/ब्रेकिंग, और विजुअल/ग्राफिटि शामिल हैं।
हिप हॉप का रिवॉल्यूशन
हिप हॉप एक सब कल्चर और एक कला आंदोलन है जो 1970 के दशक की शुरुआत में न्यूयॉर्क शहर के ब्रोंक्स से उभरा। 1970 के दशक के दौरान सबसे प्रभावशाली हिप हॉप आर्टिस्ट मे से एक डीजे कूल हर्क थे, जो एक जमैकन माइग्रेंट थे। जिन्हें हिप हॉप का संस्थापक जनक माना जाता था। कूल हर्क ने 1973 में इतिहास रचा जब उन्होंने और उनकी बहन ने 1520 सेडगविक एवेन्यू में अपने ब्रोंक्स अपार्टमेंट भवन के मनोरंजन कक्ष में “बैक टू स्कूल जैम” की मेजबानी की। यह ऐतिहासिक पार्टी हिप हॉप आंदोलन शुरू करने के लिए पहचानी जाती है।डीजे कूल हर्क ने “ब्रेकबीट” डीजे तकनीक भी पेश की – एक मिश्रण अभ्यास जिसे उन्होंने जमैका डब संगीत से अडेपट किया था।
बीट प्रोडक्शन मे बदलाव
1980 के दशक की शुरुआत हिप हॉप और संगीत निर्माण के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ थी । सिंथेसाइज़र, सैंपलर और ड्रम मशीनें सस्ती और अधिक सुलभ हो गईं। रोलैंड की प्रतिष्ठित TR-808 ड्रम मशीन पसंद का हथियार बन गई। डीजे ब्रेकबीट्स पर भरोसा करने के बजाय, संगीत निर्माता अब मूल ड्रम पैटर्न प्रोग्राम कर सकते हैं। TR-808 अपनी शक्तिशाली बास ड्रम ध्वनि के लिए हिप हॉप की आधारशिला भी बन गया।
गोल्डन पीरियड ऑफ हिप हॉप
1980 के दशक के मध्य और 1990 के दशक की शुरुआत में, हिप हॉप पूरे देश में पूरी ताकत से फैल गया। इसने एक ऐसा युग लाया जिसने हिप हॉप संस्कृति को महत्वपूर्ण रूप से बदल दिया। यह नया युग “हिप हॉप का स्वर्ण युग” के रूप में जाना जाने लगा।