सनराइजर्स हैदराबाद ने चेन्नई सुपर किंग्स को 5 विकेट से हराकर उनके गढ़ चेपॉक में बड़ी सेंध लगाई। इस सीज़न में चेन्नई की ये घर में लगातार चौथी हार रही, जो कभी उनके लिए जीत की गारंटी माना जाता था। इस बार न तो मैदान ने साथ दिया, न ही किस्मत ने। इस हार के साथ playoffs की उम्मीदें भी खत्म ही हो चुकी हैं।
आयुष फिर चमके, Brewis ने भी किया impress
हैदराबाद ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी का फैसला किया। चेन्नई की शुरुआत अच्छी नहीं थी। मोहम्मद शमी ने पहली ही गेंद पर शेख रशीद (0) को pavillion का रास्ता दिखाया। आयुष म्हात्रे 30 ने फिर एक बार चौकों की झड़ी लगा दी। अब चेन्नई के fans ये सोच रहे होंगे कि इन्हें शुरू से मौका क्यों नहीं दिया गया। ये पहले मैच से यदि team में होते तो परिणाम कुछ अलग हो सकते थे। Sam Curran (9) पर ही आउट हो गए। रवींद्र जड़ेजा ने 21 रन की एक छोटी पारी खेली। हालांकि मध्यक्रम में सबसे ज़्यादा प्रभावित किया वो हैं Dewald Brevis ने। Baby AB के नाम से मशहूर इस खिलाड़ी ने 4 छक्कों और एक चौके की मदद से 42 रन बनाए। दूसरे छोर से विकेट गिरते रहे। शिवम दुबे (12) पर चलते बने। कप्तान धोनी ने भी निराश किया और 10 गेंद पर 6 रन बनाए। दीपक हुड्डा ने 22 रन की उपयोगी पारी खेली और चेन्नई 19.5 overs में 154 पर all-out हो गई। चेन्नई ने कुछ पल अच्छे दिखाए, लेकिन बड़ी पारी की नींव नहीं बन पाई।
हैदराबाद की गेंदबाज़ी में हर्षल पटेल छाए
हर्षल पटेल ने सबसे ज़्यादा 4 विकेट झटके और मैच का रूख बदल दिया। इनके अलावा Pat Cummins और जयदेव उनादकट को 2-2 विकेट मिले। Kamindu Mendis को एक सफलता मिली।
हैदराबाद की खराब शुरूआत, ईशान किशन की वापसी
155 के लक्ष्य का पीछा करने उतरी हैदराबाद की शुरूआत भी खराब रही। अभिषेक शर्मा को 0 पर ही खलील अहमद ने आउट कर दिया। Travis Head (19) ने कुछ शॉट्स ज़रूर लगाए मगर इसे बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर पाए। काफी वक्त बाद ईशान किशन (44) फॉर्म में दिखाई दिए और टीम के लिए बेहद ज़रूरी पारी खेली। टीम के लिए मुश्किल वक्त में परफॉर्म करने वाले Heinrich Klaasen सिर्फ 7 रन ही बना पाए। अनिकेत वर्मा (19) ने 2 छक्के लगाए मगर जल्द ही पैवेलियन लौट गए। एक वक्त लग रहा था कि मैच फंस सकता हैं लेकिन Kamindu Mendis (32) और नीतीश कुमार रेड्डी (19) टीम को जीत दिलाकर ही लौटे। हर्षल पटेल को उनकी शानदार गेंदबाज़ी के लिए Man of the Match के खिताब से नवाज़ा गया।
चेन्नई की गेंदबाज़ी रही औसत
चेन्नई की ओर से खलील अहमद और रवींद्र जड़ेजा ने किफायती गेंदबाज़ी कर एक-एक विकेट लिए। नूर अहमद ने 2 विकेट ज़रूर लिए मगर महंगे साबित हुए।
चेन्नई Playoffs से बाहर
इस हार से चेन्नई की playoffs की उम्मीदें समाप्त हो चुकी हैं। टीम अपने इन अनुभवों से सीखकर अगले season फिर नए जोश के साथ उतरेगी। हालांकि उनके लिए अच्छी बात रही आयुष म्हात्रे और Dewald Brewis जैसे बल्लेबाज़ जो अगले season वो नतीजे लाने की काबिलियत रखते हैं जो चेन्नई चाहती हैं। बात करें हैदराबाद की तो उनके लिए भी स्थिति कोई बहुत अच्छी नहीं हैं मगर वो दूसरे टीमों का गणित ज़रूर बिगाड़ सकती हैं।