इंदौर के संयोगितागंज थाना क्षेत्र में इस घटना का ममाला दर्ज किया गया था। जिसके बाद रिटायर्ड एसबीआई बैंक के अधिकारी किशोर धामंदे और उनकी बेटी रमा का शव पुलिस ने 8 नवंबर को बरामद किया था। जिसके बाद से पुलिस इन दोनों के हत्यारे कि तलाश में थी। पुलिस द्वारा तलाशी में पाया गया कि,पिता और बेटी की हत्या उनके अपने बेटे पुतिन ने ही की थी। जिसके बाद आरोपी बेटे को पुलिस ने गोवा से गिरफ़्तार किया है। पुलिस द्वारा पुछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।
क्या है पुरा मामला ?
यह पूरा मामला इंदौर के संयोगितागंज थाने का है। नवलखा इलाके में रहने वाले पुलिन धामन्दे ने अपने 76 वर्षीय पिता किशोर धामन्दे और 53 वर्षीय बहन रमा अरोरा की हत्या कर दी थी। दोनों के शव 8 नवंबर को फ्लैट में मिले थे, जबकि आरोपी पुलिस के पहुंचने से पहले ही फरार हो गया था। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर मामले की पड़ताल शुरू की थी, जिसमें चौंका देने वाला खुलासा हुआ है।जब पिता व बहन की मौत हो गई तो पुतिन ने उनके शव को घसीटते हुए बिस्तर पर पटक दिए। 48 घंटे घर में रहने के बाद जब शव से बदबू आने लगी तो शवों पर टेलकम पाउडर छिड़कर दिया और वही सो गया। हालंकी जब बदबू ज्यादा आने लगी तो वह अपने घर से एटीम कार्ड लेकर गोवा घूमने निकाल गया।
ऑनलाइन ट्रांजेक्शन से पकड़ी लोकेशन
पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी गोवा और मुंबई में है। पुलिस जब उन ठिकानों पर पहुंची तो वह वहां से भी भाग गया।इसी दौरान पुलिस को ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के बारे में कई तरह की जानकारियां मिली। जिसमें आरोपी गोवा में ही फरारी करते हुए मिला। इसी आधार पर पुलिस ने आरोपी को गोवा से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी पुलिन से पुलिस अभी पूछताछ करने में जुटी हुई है। आरोपी ने प्रारंभिक पूछताछ में बताया कि हत्याकांड की घटना को अंजाम देने के बाद वह दो दिन तक घर में ही रहा।
घरवालों से परेशान था पुलिन
आरोपी 46 साल का था और उसकी शादी नहीं हुई थी।वह पिता की रोक-टोंक से परेशान था। उसका मानना था कि बहन उसके पिता को भड़काती थी। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि पिता और तीनों बहनें उसे मानसिक रोगी बोलकर प्रताड़ित करती थीं, जिससे वो परेशान सा हो गया था।इसी के चलते उसने दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया।