पिछले कुछ दिनों से इंदौर में लूटपाट, चैन स्नेचिंग और चोरी के मामले बहुत बढ़ गए है। LIG और सत्य साई चौराहा जैसे जगह में आए दिन हाथ से फोन – पर्स और गले से चेन -मंगलसूत्र चोरी होने की खबरे तो आप सुनते ही होंगे। लेकिन शुक्रवार को एक ऐसा मामला सामने आए है, जिसमे चोरी करने का एक नया अंदाज़ देखने मिला है।
दरअसल लवकुश नाम के एक 60 वर्षीय , गुरुवार रात को 1:30 बजे गुजरात के दाहोद से इंदौर के सरवटे बस स्टैंड पहुंचे थे। लवकुश, ऋषि पैलेस कॉलोनी के निवासी है और उन्हे बीती रात को कोई ऑटो नही मिल रहा था। तो वहीं पर उन्हे एक व्यक्ति मिला, जिसने उन्हें फूटी कोठी स्क्वायर तक छोड़ दिया था। इसके बाद वो दूसरे व्यक्ति का इंतजार करने लगे थे, जो उन्हे फूटी कोठी से घर के पास तक छोड़ दे।
तभी कुछ देर बाद आरोपी उनके पास जाता है और उन्हे ऋषि पैलेस तक छोड़ने की पेशकश करता हैं। इसके बाद आरोपी शिकायतकर्ता को मंदिर जाने का बहाना देके, उन्हे सिरपुर में एक एकांत जगह ले जाता है। वहां पर आरोपी, शिकायतकर्ता के पास से उनके 20,000 रूपे और फोन लूट लेता है। इसके बाद आरोपी शिकायतकर्ता को धमकी देके वहां से चला जाता है।
किसी तरह से शिकायतकर्ता वहां से अपने घर पहुंच के अपने परिवार वालो को पूरी घटना के बारे में बताते है। जिसके बाद घरवालों ने शुक्रवार को आरोपी के खिलाफ चंदन नगर के पुलिस थाना में शिकायत दर्ज करवाते है। कार्यवाही अभी भी चल रही है।
इस घटना से एक सवाल हम सबके दिमाग में आता है और वो है कि, क्या इंदौर अपराधो के मामले में दिल्ली बनते जा रहा है? जैसे पिछले महीने दिल्ली के फतेह नगर से आई एक चोरी घटना में, चोरों के एक समूह ने महज 3,200 के पीछे एक व्यक्ति का गला दबा के उसे बेहोश कर दिया था। क्या इंदौर को देश की राजधानी की बराबरी इसी तरीके से करना है?