मध्यप्रदेश के इंदौर में एक बार फिर उसी तरह की घटना सामने आई है जो आज से 9 साल पहले चर्चा में थी। जिसमें कविता रैना अपनी बच्ची को बस स्टॉप पर लेने गई थी पर कविता घर वापस लौटी ही नहीं। जब कविता की छानबीन की गई तो 3 दिन बाद शहर के एक हिस्से में दो बोरियों में लाश मिली। इंदौर रेल्वे स्टेशन पर बीते शनिवार को ट्रेन से महिला का शव मिलने के बाद। इस घटना ने 26 अगस्त 2015 में हुए कविता रैना हत्याकांड की याद दिला दी हैं।
शनिवार को इंदौर रेल्वे स्टेशन पर कई टुकड़ों में कटा हुआ शव बरामद किया गया था। इंदौर पुलिस अभी इस हत्या की गुत्थी सुलझा भी ना पाई थी कि, अब ऋषिकेश में महिला के कटे हाथ और पैर भी बरामद हुए हैं। महिला के शरीर के इन पार्ट्स का संबंध इंदौर में ट्रेन में मिले शव से जोड़कर देखा जा रहा है क्योंकी यह योगनगरी ऋषिकेश-इंदौर के बीच चलने वाली उज्जैनी एक्सप्रेस से ही मिला है। ऋषिकेश में मिले महिला के हाथ पर हिंदी में मीराबेन ओर गोपालभाई गुदा हुआ है। हाथ पर जिस तरह से नाम गुदा हुआ है, उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि, अज्ञात महिला गुजराती परिवार से संबंध रखती है।
आपको बता दे कि, बीते शनिवार को इंदौर रेलवे स्टेशन के यार्ड में एक युवती का शव मिला था। शव तीन हिस्सों में था। ट्रेन शनिवार रात करीब 10 बजे इंदौर स्टेशन पर खड़ी हो गई थी। यात्री उतरने के बाद ट्रेन को साफ-सफाई के लिए यार्ड में खड़ा किया था। ट्रेन की सफाई के दौरान सफाईकर्मी इंजन के पीछे दूसरे नंबर के कोच में पहुंचा। यहां सफाई करने के दौरान झाड़ू बर्थ के नीचे अटक गई। सफाईकर्मी को लगा कोई सामान भूल गया है। उसने झांककर देखा तो नीचे बैग और एक थैला था। ट्रॉली बैग में लॉक नहीं था। उसे जब खोला तो उसमें युवती का धड़ पाया गया और उसके हाथ नहीं थे। सफाईकर्मी ने तत्काल जीआरपी को सूचना दी। पुलिस के आने पर थैला खोला तो उसमें कमर के नीचे का हिस्सा और कटे हुए हाथ रखे मिले । जिसके बाद पुलिस ने रविवार सुबह शव को एमवाय अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
हालांकि अब अलग-अलग जांच के लिए अलग- अलग दल बनाए गए हैं। जो कि उज्जैन सहित आस-पास के अन्य रेलवे स्टेशन पर CCTV फुटेज की जांच और कर्मचारियों से पूछताछ कर रहे है। इसके साथ ही आस-पास के शहरों में भी जांच की जा रही है। युवती की उम्र करीब 25 साल है। शव तीन दिन पुराना होने का अंदेशा है। शव पर वस्त्र भी नहीं है। पुलिस ने महू रेलवे स्टेशन पर CCTV फुटेज खंगाले, लेकिन उन्हें वहां सफलता नहीं मिली।
एक समय पर दोनों ट्रेनें इंदौर/उज्जैन पर मौजूद थी। यानि शनिवार को नागदा से महू के लिए रवाना हुई पैसेंजर ट्रेन शाम 5.15 से 5.30 बजे तक उज्जैन स्टेशन पर थी। उसके बाद लक्ष्मीबाई नगर रेलवे स्टेशन से ऋषिकेश के लिए जाने वाली योगनगरी ऋषिकेश एक्सप्रेस 4.55 से 5.20 तक उज्जैन स्टेशन पर थी। इसे यह अनुमान लगाया जा सकता है की आरोपियों द्वारा शव के हिस्सों को अलग-अलग बैग और बोरियों में रखकर यहीं से इन दोनों ट्रेनों में रखे गए थे। क्योंकी पुलिस को ऋषिकेश में उज्जैनी देहरादून एक्सप्रेस के स्लीपर कोच की बोगी में महिला का कटा हुआ हाथ और पैर बरामद हुआ है।हालांकि इन दोनो ट्रेनों में आधे आधे शव मिलने के बाद पुलिस इस बिंदु को अहम कड़ी मानकर जांच कर रही है। साथ ही जांच के लिए महू से इंदौर और देवास से उज्जैन के बीच के 80 से अधिक CCTV कैमरों की फुटेज खंगाल रही है।