बिगड़ती लाइफस्टाइल के कारण आज के समय में एसिडिटी और पाचन से जुड़ी बहुत सारी समस्याएं सामने आ रही हैं। एसिडिटी की समस्या आजकल हर किसी को हो रही है। और वहीं, खाना खाने के बाद पेट में जलन होना भी एक एसिडिटी का ही एक लक्षण है। खाने के बाद पेट में जलन की समस्या एक आमबात है। लेकिन यही समस्या ज्यादा बढ़ जाए तो यह बड़ी बीमारी का रूप भी ले सकती है। ये समस्या ज्यादातर मिर्च मसाले वाले खाना खाने से होती है। जिसे डॉक्टरों की भाषा में हार्टबर्न और एसिड रिफ्लक्स कहा जाता है। खाने के बाद जलन की समस्या ज्यादातर तब होती है जब तीखा खाना या मसालेदार खाने का सेवन किया हो। हालांकि कभी कभी जलन होना एक आम बात हो सकती है। लेकिन इस चीज पर ध्यान नहीं देना भी एक बड़ी बीमारी का संकेत हो सकता है।
तो आइए जानते हैं, आखिर क्यों होती है पेट और सीने में जलन की समस्या :
- गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज : गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज एक डायजेस्टिव डिसऑर्डर है। जिसमें पेट में उत्पन्न एसिड या पेट में मौजूद भोजन नली (Esophagus) में वापस आ जाता है। इस कराण भोजन नली की अंदरूनी सतह में जलन होने लगती है। बहुत सारे लोगों को यह परेशानी समय-समय पर होती रहती है यदि व्यक्ति को गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज के साथ मोटापा भी है, तो डॉक्टर वजन कम करने व सर्जरी की सलाह देते हैं। जिसे बेरिएट्रिक सर्जरी या गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी भी कहा जाता है। बैरिएट्रिक सर्जरी वजन कम करने और जीईआरडी के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकती है।
- हाइटल हर्निया : जब पेट की ऊपरी भाग डायाफ्राम के छेद (हाइटल) से निकाल कर छाती के हिस्से मे चले जाता है। तो इस स्थिति को हाइटल हर्निया कहाजाता है। हालंकी पेट में हर्निया होना सामान्य कंडीशन है। इसकी वजह से कई बार खाना खाने में परेशानी, जलन, दर्द, थकान या मुंह का स्वाद बिगड़ जाता है।
- मसालेदार या तीखा खाना : मसालेदार खाना स्वाद में काफी तीखा होता है, जो मुंह और गले में जलन पैदा कर देता है। लेकिन अक्सर इसे खाने से परहेज करने की सलाह दी जाती है। क्योंकि इससे एसिडिटी, हार्ट बर्न, एसिड रिफ्लक्स, गैस, पेट में जलन, पेट दर्द हो सकता है। फिर भी आज के समय में सभी लोगों को मसालेदार खाना ही पसंद आता है।
पेट में जलन की समस्या को ऐसे करें दूर :
पेट में होने वाली जलन से राहत पाने के लिए दोपहर के खाने के बाद एक गिलास ठंडा दूध पी सकते हैं। ठंडे दूध में एसिडिटी को कम करने वाले गुण होते हैं, जो हाइपरएसिडिटी को कम करके पेट की जलन से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं। पाचन संबंधी समस्याओं से राहत पाने के लिए सौंफ का पानी पिएं।अगर पेट में जलन की समस्या लंबे समय से परेशान कर रही है,तो ऐसे में फिर डॉक्टर की सलाह जरूर लें।