JDU यांनी जनता दल यूनाइटेड की कमान एक बार फिर से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सौपी दी गई है। जिसका फैसला ललन सिंह के इस्तीफा देने के बाद लिया गया है और नीतीश कुमार को JDU के प्रमुख चुन लिया गया। हालांकि इसका औपचारिक ऐलान कार्यकारिणी की बैठक के बाद ही किया जाएगा।यह तीसरा मौका है, जब नीतीश कुमार JDU को अध्यक्ष बनाया गया है। हालांकि इसका फैसला शम 5 बजे लिया जाएगा।
बता दें कि कार्यकारिणी की बैठक में चार मुद्दों पर बात हुई है। नीतीश कुमार को सभी राजनीतिक मामलों में बात करने के लिए अधिकृत कर दिया गया है। 2024 में गठबंधन के लिए किस पार्टी से बात करनी है और किससे गठबंधन करना है, ये सब अब नीतीश ही तय करेंगे। अब पार्टी अध्यक्ष के तौर पर परिषद की बैठक में नीतीश कुमार के नाम पर मुहर लगेगी।
आपको बता दे की JDU के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की वजह खुद ललन सिंह ने बताई है। इस्तीफा देते वक्त ललन सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार के कहने पर ही मैंने राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभाली थी। आगे मुझे लोकसभा चुनाव लड़ना है, ऐसे में एक साथ पार्टी की जिम्मेदारी संभालना चुनौती होगी। इसलिए मैं नीतीश कुमार को पार्टी अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालने का प्रस्ताव रखना चाहता हूं।
राजनीतिक गलियारों में चर्चा चल रही है कि India गठबंधन में ललन सिंह JDU और नीतीश कुमार का पक्ष मजबूती से नहीं रख पा रहे थे। इस बात से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नाराज थे। इसके साथ ही कहा जा रहा था कि ललन सिंह की लालू यादव और उनके परिवार से नजदीकी बढ़ा रहे थे। यह बात भी नीतीश कुमार को पसंद नहीं अ रही थी। जिसके बाद यह कहा जाने लगा था कि नीतीश कुमार जल्द ही कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं। कई बार तो JDU के राजद में विलय होने की भी खबर चली थी। लेकिन इन सभी अटकलों पर आज रोक लग गई और पार्टी प्रमुख की कुर्सी नीतीश कुमार ने फिर अपने कब्जे में ले ली।