जम्मू और कश्मीर के कठुआ में एक बार आतंकी हमला हुआ है। देश में आतंकी हमलों के करीब 9 मामले सामने आ चुके हैं। कठुआ में यह दूसरा हमला है। इस हमले में 5 जवान शहीद हो गए जबकि 5 बुरी तरह घायल हो गए। यह हमला सोमवार यानी कल कठुआ जिले के सुदूर माछेड़ी इलाके में हुआ। भारी हथियारों के साथ आतंकी हमले की तैयारी में घात लगाए बैठे थे। तभी उन्होंने सुदूर माछेड़ी इलाके में गश्त कर रही सेना की टीम पर अचानक हमला कर दिया। आतंकियों ने गश्त कर रहे सेना के ट्रक पर कायरों की तरह ग्रेनेड और गोलियों से हमला कर दिया।
हमले के बाद पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों की मदद से सेना के बाकी जवानों ने जवाबी करवाई की। लेकिन तब तक सभी आतंकवादी पास के जंगल में भाग गए। सूत्रों के मुताबिक, हमले में 3 से 4 आतंकवादियों के होने की खबर मिली है। हमले के दौरान, सेना वाहन पर दस लोग सवार थे। हमले में एक जूनियर कमीशन अधिकारी (JCO) भी शहीद हो गए है। घायल जवानों को इलाज के लिए पठानकोट सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं। हमले के बाद बदनोटा गांव में आतंकवादी हमले के बाद तलाशी अभियान जारी है।
जम्मू और कश्मीर का पिछले कुछ समय से चले आ रहा शांतिपूर्ण माहौल हाल के महीनों में आतंकवादियों द्वारा वापस दूषित हो गया है। जिसमें खासकर पुंछ, राजौरी, डोडा और रियासी जैसे जिलों शामिल हैं। इसके पहले 7 जुलाई को राजौरी में सेना पर आतंकी हमला हुआ था, जिसमें एक जवान घायल हुआ था। 12 जून को डोडा में 2 आतंकी हमले हुए थे, जिसमें 1 पुलिसकर्मी, 1 SPO और 5 सैनिक घायल हुए थे। 11 जून को कठुआ में ही हुए आतंकी हमले में 2 आतंकी मारे गए थे, लेकिन 1 सीआरपीएफ कॉन्स्टेबल भी शहीद हुआ था।
9 जून को रियासी में तीर्थयात्रियों की बस पर आतंकी हमला हुआ था, जिसमें 9 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी। 4 मई को पुंछ में एयरफोर्स के जवानों के काफिले पर हमला हुआ, जिसमें एक जवान शहीद हो गया और 5 घायल हो गए। 28 अप्रैल को उधमपुर के एक गांव में हमला हुआ, जिसमें एक घायल जवान की इलाज के दौरान मौत हो गई। माना जा रहा है कि, आतंकियों की इन हरकतों में यह उछाल पाकिस्तान की इस क्षेत्र में एक बार फिर आतंकवाद को फिर से शुरू करने की कोशिशों से जुड़ा है।
कठुआ में हुए इस आतंकी हमले की ज़िम्मेदारी, प्रतिबंधित पाकिस्तान स्थित अकाई ‘जैश-ए-मोहम्मद’ (जेईएम) के छाया संगठन “कश्मीर टाइगर्स” ने ली है। कश्मीर टाइगर्स ने एक पोस्ट के जरिए अपना एक बयान जारी किया है। उस बयान में कश्मीर टाइगर्स ने कबूला है कि, यह हमला उसने करवाया है। कश्मीर टाइगर्स ने कहा कि, हमले में मुजाहिदीन (आतंकी) ने ग्रेनेड और स्नाइपर राइफलों का इस्तेमाल किया। यह हमला डोडा हमले (2024-06-26) में मारे गए तीन मुजाहिदीनों का बदला है। उसका यह भी कहना है कि, जल्द ही आगे भारत पर और भी विनाशकारी हमले किए जाएंगे। कश्मीर की आजादी तक यह जंग जारी रहेगी।
ऐसा पहली बार हुआ जब, पाकिस्तान की और से किसी भी आतंकी संगठन ने खुलेआम आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली है। कश्मीर टाइगर्स ने साफ कर दिया है कि, आगे और भी आतंकी हमले होंगे। ऐसे में भारत सरकार को कड़े कदम उठाने होंगे।