केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने रविवार 3 मार्च को हज सुविधा ऐप लॉन्च किया है। इस ऐप के जरिए हज के लिए हर साल वार्षिक तीर्थयात्रा पर जाने वाले लोगों को हर जरूरी जानकारी और ट्रेनिंग मॉड्यूल, फ्लाइट डिटेल्स और रहने जैसी महत्वपूर्ण सेवाओं की जानकारी मिलेगी। स्मृति ईरानी ने हज 2024 पर जाने वाले भारतीयों को शुभकामनाएं दी है। उन्होंने आगे लिखा, विविधता को ध्यान में रखते हुए ‘हज गाइडलाइन’ हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू, तमिल, कन्नड़, बांग्ला समेत कुल 10 भाषाओं में उपलब्ध कराई गई है।
इस हज मोबाईल ऐप की मदद से लोग अपनी यात्रा अच्छे से कर पाएंगे। साथ ही उन्हें हर वक्त अपना सामान और दस्तावेजों जैसी जरूरी चीजों का ध्यान नहीं रखना पड़ेगा। केंद्रीय मंत्री ने अपने बयान में कहा है कि, यह ऐप तीर्थयात्रियों को उनकी यात्रा के दौरान आने वाली सामान्य समस्याओं का समाधान देगा। यह ऐप एक तरह से उन लोगों के लिए वरदान साबित होगा जो जीवन में पहली बार हज यात्रा करने जा रहे हैं।
स्मृति ईरानी ने कहा कि, पिछले साल (एलडब्ल्यूएम) Lady without Mehram श्रेणी के तहत 4300 महिलाओ ने अकेले हज यात्रा की थी। इस साल हज के लिए Lady without Mehram श्रेणी के तहत बिना पुरुष साथी के हज यात्रा के लिए 5160 से अधिक महिलाओं ने आवेदन किया है। जो की पिछले साल की तुलना से अधिक है।
दिल्ली के विज्ञान भवन में हज 2024 की तैयारियों के तहत ट्रेनिंग प्रोग्राम चल रहा है। यहां अलग-अलग राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 550 से अधिक ट्रेनर्स ने कार्यक्रम में भाग लिया है। इसमें कहा गया है किं, इस ट्रेनिंग का उद्देश्य हज यात्रा को लेकर लोगों को शिक्षित करना है। इसकी मदद से यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि तीर्थयात्रियों को आगे जाकर किसी तरह की कोई परेशानी न हो। साथ ही उन्हें तीर्थयात्रा के बारे में सबकुछ पता हो।स्मृति ईरानी ने केंद्र सरकार की ओर से की गई पहल का जिक्र करते हुए कहा कि, नरेंद्र मोदी सरकार ने हमेशा से इस बात का ख्याल रखा कि हाजियों की सुविधाएं बढ़ें और हज यात्रा में कोई दिक्कत ना हो।
इस्लाम के 5 फर्ज़ होते है। इन में से एक फर्ज़ हज है। बाकी के चार फर्ज़ कलमा, रोज़ा, नमाज़ और ज़कात है। हज यात्रा की शुरुआत साल 628 में पैगंबर मोहम्मद ने अपने 1400 अनुयायियों के साथ की थी। जो इस्लाम की पहली तीर्थयात्रा बनी और इसी यात्रा में पैग़ंबर इब्राहिम की धार्मिक परंपरा को फिर से स्थापित किया गया। जिसे हज कहा जाता है। हर साल दुनियाभर के मुस्लिम लोग सऊदी अरब के मक्का शहर में हज के लिए पहुंचते हैं। जो मक्का में प्रतिवर्ष होने वाला विश्व का सबसे बड़ा जमावड़ा होता है।