मणिपुर में पिछले दो महीने से हिंसा जारी है। जिसमें कई लोगों की जान जा चुकी है। गुरुवार को एक बार फिर से राज्य के तनावपूर्ण हो गई। क्यूंकि जुलाई महीने उपद्रवियों का झुंड पिछली बार जो करने मे असफल हो गये थे उसे इस बार कर पाने मे कामयाब हो गए हैं। उग्रवादी संगठन कथित रूप से एक नामित शिविर से बड़ी संख्या में हथियार और गोला-बारूद लूट लिए। पुलिस के अनुसार ‘उन्होंने बैरक में मौजूद तीन अन्य लोगों के साथ भी मारपीट की और उन्हें बांध दिया।’ पुलिस ने कहा कि वे शस्त्रागार को तोड़ने के लिए चले गए और हथियार और गोला-बारूद लूट लिए।
क्या है मामला?
तीन अगस्त को चोरी चांदपुर और विष्णुपुर के बीच की सीमा पर एक इखाई में 500-600 लोगों की भीड़ एकत्र हो गई। बिष्णुपुर के फुगकाओ और कांगवेई में बदमाशों को पकड़ने के लिए सेना और आरएएफ ने तूफान गैस का इस्तेमाल किया। भीड़ में पुरुष और महिला दोनों शामिल थे। यहां बताया गया है कि जो रिहायत दिया गया था, वो अब बंद कर दिया गया है।
मोइरांग पुलिस स्टेशन में अपनी शिकायत में, द्वितीय आईआरबी बटालियन के क्वार्टर मास्टर ओ प्रेमानंद सिंह ने कहा कि हमलावरों ने सुबह 9:45 बजे के आसपास शिविर में उतरने के बाद मुख्य द्वार पर सेनेटरी और क्वार्टर गार्ड को अपने कब्जे में ले लिया। उन्होंने बटालियन के शस्त्रागार के दो दरवाजे तोड़ दिए और बड़ी संख्या में हथियार, गोला-बारूद, युद्ध सामग्री और अन्य सामान लूट लिया… भीड़ को नियंत्रित करने के लिए 320 राउंड गोला बारूद और 20 आंसू गैस के गोले दागे गए।” शिकायत में कहा गया है। लूटे गए हथियारों और गोला-बारूद की संख्या को सूचीबद्ध करने वाले एक अनुबंध में कहा गया है कि उनमें असॉल्ट राइफलें, पिस्तौल, मैगजीन, मोर्टार, डेटोनेटर, हथगोले, बम, कार्बाइन, हल्की मशीन गन और 19,000 से अधिक राउंड गोला-बारूद शामिल हैं।
IRF कैम्प मे दूसरी बार सेंध
एमयूनेशन की चोरी की ये पहली घटना नही है इससे पहले भी जुलाई महीने मे भीड़ द्वारा इंडियन रिजर्व फोर्स (IRB) कैम्प से गोला-बारूद लूटने की भी कोशिश की गई थी उसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने भीड़ को रोकने के लिए हवाई फायरिंग की। जिसमें एक शख्स की मौत हो गई थी। चोरी रोकने के लिए सुरक्षाबलों ने आंसू गैस के गोले छोड़े और रबर की गोलियां चलाईं। जब भीड़ ने गोलियां चलाई तो सुरक्षाबलों को जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी।