मुंबई। दर्जनों को पीटने वाले… पहाड़ों से छलांग लगाने वाले और बड़ी-बड़ी बातें करने वाले फिल्मी हीरो का खून तो नहीं खौला, लेकिन हीरोइनों ने बहादुरी दिखाई और मणिपुर मामले पर खुल कर बोलीं। प्रियंका चोपड़ा, निमरत कौर, भूमि पेडनेकर और करीना कपूर के बयान का चर्चा है। हीरो की फौज में से सिर्फ मनोज बाजपेयी की आवाज निकली है।
चार हीरोइनों ने उठाई आवाज
प्रियंका चोपड़ा ने कहा कि महिलाओं पर जुल्म होने के 77 दिन बाद भी कार्रवाई क्यों नहीं हुई। ऐसे कौन-से हालात या दबाव था… वीडियो आम होने के बाद सबको सही-गलत का अहसास हुआ। महिला कोई खिलौना नहीं है। ये देश भर के लिए गुस्से और शर्म की बात है। मणिपुर के न्याय के लिए सबको आवाज उठाना चाहिए।
निमरत कौर ने कहा कि मैंने जब वो वीडियो देखा, तो मेरी बोलती बंद हो गई। दहल गई थी। जब भी खयाल आता है, डर जाती हूं। भूमि पेडनेकर ने ट्विटर पर ‘शर्म-शर्म-शर्म’ लिखा है… एक समाज के तौर पर हम सबको शर्मिंदा होना चाहिए कि हम महिलाओं की हिफाजत नहीं कर सके। मणिपुर की हिंसा रुकनी चाहिए। उम्मीद है कि उन गुनहगारों को सजा दी जाएगी और उन महिलाओं के साथ इंसाफ होगा। करीना कपूर ने लिखा कि अंदर तक हिल गई हूं। मणिपुर के हालात के बारे में जो कुछ भी कहा जाए, कम होगा। ये सब बेकार है। जब तक वहां एक्शन नहीं लिया जाता, कुछ भी कहने का मतलब नहीं।
अकेला हीरो
हीरो की जमात मे से बाकी सब चुप हैं लेकिन मनोज बाजपेयी ने आवाज उठाई है| कहा की मणिपुर मामले मे महिलाओ के साथ न्याय होगा तब ही प्रदेश मे शांति बहाल हो सकती है| महिलाओ को निर्वस्त्र घूमने के मामले के बाद मुझे शक हगो रहा है की क्या हम 2023 मे जी रहे हैं |