डॉ मनमोहन सिंह जी ने आज राज्य सभा से रिटायरमेंट ले लिया है। रिटायरमेंट फेयरवेल के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में मनमोहन जी की सराहना की। नरेंद्र मोदी ने कहा कि, “जिस तरह उन्होंने लंबे समय तक इस घर और देश का मार्गदर्शन किया, हम उन्हें हमेशा याद रखेंगे।”
मनमोहन जी की राजनीतिक यात्रा
मनमोहन सिंह राजनेता के साथ-साथ एक भारतीय अर्थशास्त्री, शिक्षाविद और ब्यूरोक्रेट भी रह चुके है। मनमोहन जी ने 2004 से 2014 तक भारत के 13वें प्रधान मंत्री के रूप में कार्य किया। वह जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी के बाद तीसरे सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले प्रधान मंत्री भी रह चुके है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य के रूप में मनमोहन भारत के पहले सिख और गैर-हिंदू प्रधान मंत्री थे। जवाहरलाल नेहरू के बाद वह पहले प्रधान मंत्री भी थे, जिन्होंने लगातार दो बार प्रधान मंत्री का पद संभाला। इसके अलावा मनमोहन ने देश के वित्त मंत्री के रूप में भी कार्य किया है।
बतौर प्रधान मंत्री और वित्त मंत्री मनमोहन ने देश की अर्थव्यवस्था से लेकर देशों के बीच सामंजस्य बनाए रखने तक, हर चीज में अपना योगदान बखूबी दिया है। आजादी के बाद मनमोहन जी की वजह से अर्थव्यवस्था में क्रांति भी आई।
भारत के प्रति मनमोहन के योगदान
- मनमोहन सिंह के वजह से पाकिस्तान, चीन और बांग्लादेश सहित अपने पड़ोसि देशों के साथ भारत के संबंधों में सुधार आया।
- उन्होंने ने भारत के एक प्रमुख ग्लोबल शक्ति के रूप में उभारने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके अलावा विश्व व्यापार संगठन (WTO) और G20 में भारत का प्रवेश सुनिश्चित किया।
- उन्होंने सर्व शिक्षा अभियान शुरू किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य 6-14 वर्ष की आयु के बच्चों को मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा प्रदान करके प्रारंभिक शिक्षा प्रदान करना था।
- उन्होंने देश में उदारीकरण की शुरुआत की। 1991 में इसकी शुरुआत हुई थी जिसने भारतीय अर्थव्यवस्था के दरवाजे विदेशी निवेश और व्यापार के लिए खोल दिया थे। इससे अर्थव्यवस्था में बहुत सुधार आए थे। उनके कार्यकाल के दौरान भारत की GDP औसतन 7.7% भी रह चुकी है।
- उन्होंने ही वैश्वीकरण की भी शुरुआत की थी। उन्होंने भारत को वैश्विक अर्थव्यवस्था में एकीकृत करने, प्रमुख देशों के साथ व्यापार समझौतों पर हस्ताक्षर करने और विश्व व्यापार संगठन जैसे अंतरराष्ट्रीय संगठनों में भारत की भागीदारी को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- उन्होंने 2006 में राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (NREGA) शुरू किया था। इस कानून ने ग्रामीण परिवारों को प्रति वर्ष 100 दिनों के काम की गारंटी दी थी। जिससे लाखों लोगों को आवश्यक आय और सामाजिक सुरक्षा मिली।
- उन्होंने 2005 में सूचना का अधिकार अधिनियम (RTI) की शुरुआत की। इस एक्ट ने पारदर्शिता और जिम्मेदारी को बढ़ावा दिया। जिससे नागरिकों को सरकार से जानकारी प्राप्त करने का अधिकार मिला।
- मनमोहन सरकार ने सड़कों, राजमार्गों और बंदरगाहों सहित बुनियादी ढाँचे के विकास में भारी निवेश किया, जिससे कनेक्टिविटी में सुधार हुआ और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिला।
- उन्होंने शिक्षा क्षेत्र में सुधारों को लागू किया, जिसमें उच्च शिक्षा तक पहुंच बढ़ाना और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करना शामिल था।
- स्वास्थ्य क्षेत्र में उन्होंने 2005 में राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (NRHM) शुरू किया था। जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार आए।
यह ध्यान रखना भी जरूरी है कि मनमोहन सिंह के कार्यकाल में महंगाई, भ्रष्टाचार और सामाजिक अशांति जैसी चुनौतियाँ भी देखी गईं। लेकिन आधुनिक भारत को आकार देने में उनका योगदान महत्वपूर्ण रहा है।