मंदसौर में भाजपा नेता मनोहर लाल धाकड़ को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर एक महिला के साथ सार्वजनिक स्थान पर अश्लील हरकत करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यह घटना 13 मई 2025 की रात की है, जब एक्सप्रेसवे पर लगे सीसीटीवी कैमरों में धाकड़ को एक महिला के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देखा गया। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने 25 मई को उन्हें गिरफ्तार किया।
सीसीटीवी फुटेज में मनोहर धाकड़ और एक अज्ञात महिला को एक्सप्रेसवे पर कार के बाहर अश्लील हरकतें करते हुए देखा गया। वीडियो में दोनों को नाचते हुए भी दिखाया गया है। पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धाराओं 296 (सार्वजनिक स्थान पर अश्लीलता), 285 (सार्वजनिक मार्ग में बाधा उत्पन्न करना) और 3(5) (सामूहिक इरादा) के तहत मामला दर्ज किया है।
पुलिस ने धाकड़ के निवास स्थान बानी गांव में छापा मारकर वीडियो में दिख रही कार को जब्त किया। गिरफ्तारी के बाद धाकड़ से पूछताछ की जा रही है, लेकिन उन्होंने महिला की पहचान उजागर नहीं की है। पुलिस को संदेह है कि यह मामला ब्लैकमेलिंग का हो सकता है, क्योंकि धाकड़ ने दावा किया है कि कंट्रोल रूम के कर्मचारियों ने वीडियो को सार्वजनिक करने की धमकी देकर उनसे ₹20,000 वसूले थे। जब उन्होंने और पैसे देने से इनकार किया, तो वीडियो को सोशल मीडिया पर लीक कर दिया गया।
इस घटना ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। हालांकि, भाजपा जिला अध्यक्ष राजेश दीक्षित ने स्पष्ट किया है कि मनोहर धाकड़ का पार्टी से कोई संबंध नहीं है और उन्होंने इस कृत्य की निंदा की है। इसके अलावा, धाकड़ को धाकड़ महासभा के युवा संघ के अध्यक्ष पद से भी हटा दिया गया है।
एक और बीजेपी नेता का वीडियो वायरल हो गया। इस बार यूपी के गोंडा जिले के बीजेपी जिलाध्यक्ष अमर किशोर कश्यप का एक आपत्तिजनक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में वे महिला कार्यकर्ता के साथ गले लगते नजर आ रहे हैं। जिसे लेकर पार्टी ने उन्हें कारण बताओ नोटिस दिया है।
इसी बीच यह UP से भी एक मामला सामने आया है। एक और बीजेपी नेता का वीडियो वायरल हो गया। इस बार यूपी के गोंडा जिले के बीजेपी जिलाध्यक्ष अमर किशोर कश्यप का एक आपत्तिजनक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में वे महिला कार्यकर्ता के साथ गले लगते नजर आ रहे हैं। जिसे लेकर पार्टी ने उन्हें कारण बताओ नोटिस दिया है। सीसीटीवी में साफ दिख रहा है कि जिलाध्यक्ष उसके पीछे चलते हैं और सीढ़ियों पर चढ़ते वक्त सहारा देते और बाहों में भरते नजर आते हैं। वीडियो में दिख रही महिला भाजपा कार्यकर्ता बताई जा रही है।
इस वीडियो में नजर आ रही महिला ने थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई है। महिला ने वीडियो के दौरान की पूरी कहानी बताई और कहा कि उनकी और जिला अध्यक्ष की इमेज खराब करने की कोशिश की जा रही है।
वीडियो के सोशल मीडिया पर फैलते ही प्रदेश महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ला ने जिलाध्यक्ष को कारण बताओ नोटिस जारी किया। नोटिस में कहा गया है कि सोशल मीडिया के माध्यम से आपके कृत्य की जानकारी प्राप्त हुई है, जिससे पार्टी की छवि धूमिल हुई है। यह अनुशासनहीनता है। आपको सात दिन के भीतर स्पष्टीकरण देना होगा। संतोषजनक उत्तर न मिलने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
पहले एमपी और यूपी के नेता का वीडियो वायरल होते ही सोशल मीडिया पर लोगों ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा है। कई यूजर्स ने इसे पार्टी की दोगली नैतिकता करार दिया।
यह घटना न केवल कानून व्यवस्था के उल्लंघन का मामला है, बल्कि राजनीतिक दलों के लिए भी एक चेतावनी है कि उनके सदस्यों के आचरण पर निगरानी आवश्यक है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है।