आमतौर पर देखा जाए तो प्राइवेट कंपनियां कर्मचारियों को नौकरी से निकालने पर एक से तीन महीने का नोटिस देती हैं। लेकिन ग्लोबल मैनेजमेंट कंसल्टेंसी कंपनी McKinsey ने अपने कर्मचारियों को नौकरी छोड़ने के लिए कुछ अलग ऑफर देने का फैसला किया है। यह ऑफर कथित तौर पर McKinsey कंपनी के अमेरिकी ऑफिस में भी मैनेजरों के लिए बढ़ाया गया है। कंपनी ने घोषणा की है कि, वह अपने कर्मचारियों को नई नौकरी तलाशने के लिए 9 महीने तक मदद करेगी। यानी कंपनी ने नई नौकरी तलाशने के दौरान 9 महीने की सैलरी देने का ऑफर किया है। वह कर्मचारियों की नौकरी चले जाने पर भी 9 महीने तक सैलरी देंगी।
कंपनी ने नई नौकरी तलाशने को ‘जॉब सर्च पीरियड’ का नाम दिया है। साथ ही इसके अलावा कंपनी ने कहा है कि, वह हमारे सभी रिसोर्स का भी इस्तेमाल कर सकेंगे। यानी नई नौकरी तलाशने के लिए कंपनी की तरफ से कर्मचारियों को दी जाने वाली कैरियर कोचिंग सर्विस का भी फायदा ले सकते हैं। हालांकि, कंपनी ने यह भी साफ कर दिया है कि, अगर कर्मचारियों को इस दौरान नई जॉब नहीं मिलती है, तो भी उन्हें कंपनी छोड़कर जाना होगा।
हालांकि, यह पहली बार नहीं है, जब McKinsey ने अपने वर्कफोर्स में कटौती की कोशिश की है। पिछले साल यानी 2023 में कंपनी ने करीबन 1,400 लोगों की छंटनी का ऐलान किया था, जो उसके वर्कफोर्स का करीबन 3 फिसदी था। McKinsey के इस कदम का मकसद बिजनेस Get App इंडस्ट्री के बदलते माहौल में अपने वर्कफोर्स को मैनेज करना है।
कंपनी ने 2021 में 15 अरब डॉलर का रिकॉर्ड रेवेन्यू हासिल किया था। 2022 में कंपनी ने इस आंकड़े को भी पार कर लिया था। लेकिन 2023 में मंदी की आशंका के बीच कंपनी ने छंटनी की योजना बनायी है। अब मांग में कमी की आशंका और मंदी के अनुमान के चलते फाइनेंस से लेकर टेक्नोलॉजी और रिटेल सेक्टर तक की कंपनियां कर्मचारियों की छंटनी कर रही हैं।
फरवरी में ब्लूमबर्ग ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया था कि, McKinsey ने 3,000 कर्मचारियों के खराब परफॉर्मेंस कि रेटिंग दी थी। जिसके बाद कर्मचारियों को अपने काम में सुधार करने के लिए लगभग तीन महिने का समय या उन्हें कंपनी छोड़ने कि सलाह दि गई थी।