कर्नाटक में BJP और JDS मिलकर सिद्धारमैया की कांग्रेस सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे है जो कि, सड़कों पर नहीं बल्कि विधानसभा के बाहर हो रहा है। दोनों पार्टियां मैसूर अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी (MUDA) की ओर से साइट के कथित फर्जी अलॉटमेंट पर सदन में विस्तृत चर्चा की मांग कर रहे हैं। अपनी इसी मांग को मनवाने के लिए दोनों दलों ने रात भर कर्नाटक विधानसभा के अंदर धरना दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि, इस अलॉटमेंट में मुख्यमंत्री की पत्नी को भी प्लॉट दिए गए हैं। उनका यह भी आरोप है कि, कांग्रेस सरकार विधानसभा के चल रहे मानसून सत्र में 180 करोड़ रुपए के वाल्मिकी निगम अवैध मनी ट्रांसफर मामले को टाल रही हैं।
क्या है विरोध प्रदर्शन का मामला
भाजपा सदस्यों ने बुधवार को सदन में MUDA घोटाले पर चर्चा की अनुमति देने के लिए प्रस्ताव पेश किया था। लेकिन स्पीकर ने इसे खारिज कर दिया। इससे नाराज विपक्षी सदस्य सदन में आ गए और राज्य सरकार और स्पीकर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने लगे। इसके बाद स्पीकर ने कार्यवाही स्थगित कर दी। इसलिए, उन्होंने सदन में सरकार के खिलाफ रात भर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। आरोप है कि, मुख्यमंत्री सिद्धरमैया की पत्नी पार्वती को मैसूरु के एक पॉश इलाके में प्लॉट अलॉट किए गए हैं, जो MUDA की खरीद की कीमत से बहुत ज्यादा है। BJP नेताओं ने यह भी आरोप लगाया कि, सिद्धरमैया के कई समर्थकों को भी कथित तौर पर इसी तरह लाभ मिला है।
CM समेत 9 लोगों के खिलाफ दर्ज की शिकायत
इससे पहले MUDA से मुआवजे के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार करने के आरोप में सामाजिक कार्यकर्ता स्नेहमयी कृष्णा ने सिद्धारमैया, उनकी पत्नी पार्वती, साले मल्लिकार्जुन स्वामी, जमींदार देवराज और 6 अन्य के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में डिप्टी कमिश्नर, तहसीलदार, डिप्टी रजिस्ट्रार और MUDA अधिकारियों के भी शामिल होने का आरोप लगाया गया था। पुलिस शिकायत के अलावा स्नेहमयी कृष्णा ने कर्नाटक के राज्यपाल, राज्य के मुख्य सचिव और राजस्व विभाग के प्रधान सचिव को भी पत्र लिखकर अनियमितताओं की जांच की मांग की थी। आरोप है कि,मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की पत्नी और रिश्तेदारों ने MUDA अधिकारियों के साथ मिलकर 50:50 साइट वितरण योजना के तहत महंगी साइट्स को धोखाधड़ी से हासिल करने के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार किए थे।
कब बनी थी यह योजना?
यह योजना कर्नाटक में पिछली भाजपा सरकार के कार्यकाल में बनी थी और अभी कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान लागू की गई। भूमि आवंटन में विवाद इस कारण सुर्खियों में है क्योंकि, कर्नाटक के CM सिद्धारमैया की पत्नी 2021 में MUDA की इस स्कीम की लाभार्थी थी।
हनुमान चालीसा और भजन गाकर जताया विरोध
पूरी रात सभी विधायक विधानसभा में जमीन पर चद्दर बिछाकर सोए। बता दें, बीजेपी ने MUDA (मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण) घोटाला मामले की मांग के दौरान भी स्पीकर के सामने हनुमान चालीसा का पाठ भी किया था। विधानसभा का सत्र शुक्रवार यानी तक चलेगा। ऐसे में आज भी दिनभर विधानसभा में भारी हंगामे के आसार हैं।
2016 से शुरू हुआ इस तरह का प्रदर्शन
यह चलन 2016 में BJP ने शुरू किया था और तब से कर्नाटक के राजनीतिक दलों विरोध में सदन में रात बिताना काफी फैशनेबल हो गया है। कर्नाटक के विधानसभा में इस तरह के प्रदर्शन काफी बार हो चुके हैं। रात भर चले इस धरने में BJP और JDS के सभी विधायक अपना बिस्तर लेकर सदन में आए थे। बाद में वे सिद्धारमैया सरकार के खिलाफ रात भर अपना विरोध जारी रखने के लिए विधानसभा हॉल के अंदर हरे कालीन पर ही सो गए।
हालांकि भाजपा ने MUDA घोटाले में 5000 करोड़ रुपये से अधिक के घोटाले का आरोप लगाया है और इसकी आगे की जांच CBI को सौंपने की मांग की है।