Neet धांधली में हर रोज़ कोई न कोई नया खुलासा सामने आ रहा है। ऐसे में एक और हैरान करने वाला खुलासा हुआ है। इस मामले में 4 लोगों की गिरफ्तारी हुई है, लेकिन उनमें से दो ने ऐसे बयान दिए है जिससे देश में हलचल मच गई है। पेपर लीक के पीछे के मास्टरमाइंड अमित आनंद ने खुद कबूला कि, उसने परीक्षा के एक दिन पहले पेपर लीक किया था। अमित ने बताया कि, सवालों के साथ उत्तर भी उपलब्ध कराए गए थे और सभी अभ्यर्थियों से उन्हें रात भर में याद करने के लिए कहा गया था। इस काम के लिए अमित ने सभी से 30-32 लाख रुपये लिए थे।
अमित के अलावा एक गिरफ्तार अभ्यर्थी अनुराग यादव ने भी कबूल किया कि, उसे परीक्षा के एक दिन पहले ही NEET का पेपर मिल चुका था। अनुराग के बयान के मुताबिक, वह कोचिंग हब कोटा में Neet की तैयारी कर रहा था। उसके चाचा सिकंदर यादवेंदु दानापुर नगर परिषद में जूनियर इंजीनियर के पद पर काम करते हैं। सिकंदर ने अनुराग को कोटा से तुरंत वापस आने को कहा था। सिकंदर ने अनुराग से कहा था कि, परीक्षा की सेटिंग हो चुकी है। जिसके बाद अनुराग समस्तीपुर वापस आ गया और चाचा सिकंदर ने उसे अमित आनंद और नीतीश कुमार के घर छोड़ दिया था।
वहां पर अमित और नीतीश ने उसे कुछ सवाल और जवाब देकर उन्हें याद करने को कहा था। अनुराग जब अगले दिन परीक्षा देने गया तो तुझे वो ही सारे सवाल आए थे, जो उसे एक दिन पहले तैयार करने के लिए दिए गए थे। अनुराग के मुताबिक, परीक्षा के बाद ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था।
वहीं सिकंदर ने पुलिस को बताया कि, अमित और नीतीश ने NEET के पेपर के लिए सभी छात्रों से 30-32 लाख रुपए मांगे थे। सिकंदर ने उनसे कहा था कि, उसके पहचान में चार छात्र है जो इसकी परीक्षा दे रहे हैं। लालच में आकर सिकंदर ने सभी छात्रों से पेपर के लिए 35 से बढ़ा कर 40 लाख रुपए की मांग की थी। इस मामले में अमित और अनुराग के साथ सिकंदर और नीतीश कुमार को भी गिरफ्तार किया गया है।
वहीं इन सब सबूतों के बावजूद शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इन दावों को नकारते हुए कहा कि, परीक्षा में धांधली का कोई सबूत नहीं है। साथ ही उन्होंने विपक्ष पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया है।