पाकिस्तान में आम चुनाव को लेकर वोटों की गिनती जारी है। पाकिस्तान में तीन प्रमुख दल हैं, जिनके बीच टक्कर देखने को मिल रही है। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N), पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) और पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (PPP) है। पाकिस्तान में अब तक 37 सीटों के नतीजे आ चुके हैं। इमरान खान की पार्टी पीटीआई समर्थित 154 उम्मीदवार रुझानों में आगे चल रहे हैं। 265 सीटों पर हुए चुनाव में इमरान खान की पार्टी PTI, PPP और PML-N को कड़ी टक्कर दे रही है।
नेशनल एसेंबली के चुनाव में इमरान समर्थित उम्मीदवार बड़ी जीत की ओर बढ़ रहे हैं। 266 में से 150 सीटों पर पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के नेता आगे बने हुए हैं। इस बीच उनके समर्थकों ने आतिशबाजी के साथ जश्न मनाना शुरू कर दिया है। हालांकि अभी आधिकारिक परिणाम घोषित होने में देरी हो रही है। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान का चुनाव आयोग रिजल्ट में देरी के लिए बंद मोबाइल सेवाओं को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।
पाकिस्तान में इतिहास का सबसे महंगा चुनाव
पाकिस्तान में आम चुनाव 8 फरवरी से शुरू हुए है और आज उसका परिणाम आ रहा हैं। आम चुनाव के लिए शुरुआती बजट 42 अरब रुपये रखा गया था, जिससे यह 2018 के चुनाव से 26 प्रतिशत अधिक महंगा होने के साथ-साथ पाकिस्तान के इतिहास में सबसे महंगा चुनाव हो चुका है। चुनाव बजट में सबसे अधिक खर्च मतपत्रों की छपाई, सुरक्षा एजेंसियों की तैनाती और मतदान कर्मचारियों के भुगतान पर खर्च किए गए है।
कितने सीटों पर किसे मिली जीत?
अभी तक 24 सीटों पर नतीजें आए है। इमरान समर्थक निर्दलियों को 10 सीटों पर जीत मिली है। दूसरे नंबर पर PML-N नवाज शरीफ की पार्टी ने 8 और बिलावट की पार्टी ने 5 सीटों पर जीत हासिल की है।
अब तक आए चुनावी नतीजों से पता चलता है कि, इमरान खान की पार्टी PTI समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार सबसे आगे हैं।
पाकिस्तान के पूर्व पीएम शहबाज शरीफ के बेटे और पंजाब प्रांत के पूर्व मुख्यमंत्री हमजा शहबाज को लाहौर में NA-118 सीट से जीत हासिल की है।
मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के बेटे तल्हा हाफिज को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है।
पाकिस्तान के आम चुनाव में लाहौर सीट से नवाज शरीफ जीत गए हैं। नवाज शरीफ ने 55 हजार वोटों से जीत हासिल की है।
कितनी सीटों पर वोट?
पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में सीटों की संख्या 336 है। लेकिन इनमें से 266 सीटों पर वोटिंग करवाई जाती है और बहुमत के लिए 169 सीटों की जरूरत होती है। वहीं 60 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित है, जबकि 10 सीटें गैर-मुस्लिमों के लिए आरक्षित रखी गई हैं। हालांकि पाकिस्तान में सबसे ज्यादा सीटें पंजाब प्रांत में हैं, जहां 141 सीटें हैं। इसके बाद सिंध में 61 सीटें आती हैं और खैबर पख्तूनख्वा में 45 सीटें हैं। इसके अलावा बलूचिस्तान में 16 सीटें और इस्लामाबाद में सिर्फ तीन सीटें हैं।