कविता हमेशा से एक कला रही है, लेकिन सबसे महान कवियों के लिए भी यह शायद ही कभी एक करियर रहा हो। विलियम कार्लोस विलियम्स एक डॉक्टर थे । वालेस स्टीवंस एक बीमा कार्यकारी थे । चार्ल्स बुकोव्स्की ने कई अजीब नौकरियाँ कीं , जिनमें डिशवॉशर, ट्रक ड्राइवर, गैस-स्टेशन अटेंडेंट और डाक क्लर्क के रूप में काम शामिल था। कवि की कहानी लंबे समय से दोहरे जीवन में से एक रही है, जो दो जरूरी कर्तव्यों के बीच विभाजित है: आर्ट से खुद का पेट पालना भी बहुत अहम है।
ऐसे कयी लिखने वाले हुए है जिन्होंने एक कला से पैसे बनाने के कयी उदाहरण पेश किए हैं। जैसे रूपी कौर। वे खुद मे एक केस स्टडी है। जब से वे कविता जगत मे आयी। तब से कविता की दुनिया कितने नाटकीय रूप से बदल गई है। 25 वर्षीय कनाडाई कवयित्री ने दो साल पहले होमर को पछाड़ दिया था: उनका पहला संग्रह, हनी एंड मिल्क , 40 भाषाओं में अनुवादित हो चुका है और इसकी 3.5 मिलियन प्रतियां बिक चुकी हैं, जिसने द ओडिसी से सबसे अधिक बिकने वाली कविता पुस्तक का स्थान छीन लिया है । लेकिन कौर के लिए यह हमेशा ऐसा नहीं था। उन्होंने 2012 में टम्बलर पर अपना काम पोस्ट करके अपने करियर की शुरुआत की और फिर धीरे-धीरे इंस्टाग्राम पर आ गईं। 2016 में ‘मिल्क एंड हनी’ न्यूयॉर्क टाइम्स की बेस्ट-सेलर सूची में शामिल हुआ और फिर कविता जगत मे जो भूचाल आया उसने अच्छे खासे साहित्य scholars के दिमागों को हिला कर रख दिया।
स्कूलों मे है ये किताब बैन
लेकिन जैसे हर दिन के बाद रात भी आती है। रूपी कौर की इसी किताब ने 2022-23 के स्कूल सेशन के अमेरिकी कक्षाओं में 11 सबसे प्रतिबंधित पुस्तकों की सूची में जगह बनाई थी। पैन अमेरिका के अनुसार, रूपी कौर की पहली किताब ‘मिल्क एंड हनी’ को यौन उत्पीड़न और हिंसा से संबंधित मुद्दों की बातों के कारण प्रतिबंधित कर दिया गया था। कुछ महीने पहले खालिस्तान मुद्दे के कारण कौर का ट्विटर अकाउंट भी भारत में रोक दिया गया था।
‘मिल्क एंड हनी’ और टोनी मॉरिसन की ‘द ब्लूस्ट आई’ 2022-23 स्कूल वर्ष अमेरिकी कक्षाओं में सबसे अधिक प्रतिबंधित पुस्तकों की लिस्ट में नौवें स्थान पर रहीं। पंजाब में जन्मी रूपी कौर ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में भी इस स्थिति के बारे में अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा था कि वह इस तथ्य से परेशान हैं कि लोग ऐसे साहित्य को छुपाने की कोशिश कर रहे हैं जो युवाओं के लिए जरूरी है।
कविता के मानकों पर खरी ना उतरने के लिये भी किया जाता है इसका विरोध
रूपी की विशेषता आसान भाषा में अपनी भावनाओं को व्यक्त करती है। उनकी कविता का फोकस महिलाओं से जुड़े संवेदनशील मुद्दे और लैंगिक भेदभाव पर रहता है। युवाओं के बीच जहां उनकी कविता काफी पसंद की जाती है, वहीं कुछ लोग उन पर ‘अश्लील और बेबाक’ होने का भी आरोप लगाते हैं। उनकी कविता की आलोचना इसलिए भी की जाती है क्योंकि उसका कोई साहित्यिक अर्थ नहीं होता और कविता के मानक पर खरी नहीं उतरती।
बेहद जरूरी विषयों को खोजती टटोलती है ये किताब
रूपी कौर की किताब ‘मिल्क एंड हनी’ प्रोस और पोएट्री का एक कलेक्शन है जो चुप्पी, दुर्व्यवहार, नारीत्व, परिवार, कनेक्शन और व्यक्तिगत शक्ति के विषयों को खोजता टटोलता है। कौर ने इस किताब को चार भागों में बांटा है। – चैप्टर 1 – द हर्टिंग, चैप्टर 2 द लविंग, चैप्टर 3 – द ब्रेकिंग और चैप्टर 4 – हीलिंग है। जो लेखक के विकास को दर्शाते हैं। सबपार्ट “द हर्टिंग” में कौर स्वयं के भीतर अन्यता के विचार की खोज करती है, कैसे कोई अपने शरीर में घर पर नहीं रह सकता है और कितने अनुभव इस बात की पुष्टि करते हैं कि एक महिला होना कभी कभी कितना मुश्किल और अनचाहा होता है। शराबी परिवार के सदस्यों, दुर्व्यवहार और बलात्कार से संबंधित उसका आघात कवि के भयावह मानस को आकार देता है, जिससे असुरक्षा और भ्रम की भावना पैदा होती है जो यूनिवर्सल है। यह भ्रम एक व्यक्ति के रूप में दुनिया में उसके स्थान और दूसरों के साथ उसके संबंधों को समझने की दिशा में निर्देशित है। कौर के व्यापक विषयों में से एक महिलाओं को चुप कराने का कार्य है, जो एक महिला की अन्यता की भावना को आगे बढ़ाता है।
क्यूं पढ़ी जानी चाहिए ये किताब?
येआघात पर काबू पाना, प्यार में पड़ना, टूटना, खुद से प्यार करना – अगर इन विषय मे आपकी रुचि है तो ‘मिल्क एंड हनी’ आपको जरूर पढ़नी चाहिए ये किताब इन्हीं विषयों पर केंद्रित है। ये कविताएँ एक सरल, शायद बहुत ही सरल फॉर्मेट का अनुसरण करती हैं। भले ही इसका कितना भी विरोध होता रहे लेकिन मुझे लगता है कि कौर के युवा, जोशीले दृष्टिकोण और आवाज़ की जीवंतता के बारे में कुछ कहा जाना चाहिए। ये एक युवा महिला की कविताएँ हैं, जो युवा महिलाओं के लिए जरूरी है।