भारत से पढ़ाई करने विदेश गए छात्रों से संबंधित एक और दुखद घटना सामने आई है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने 7 जून को जानकारी दी थी कि, रूस में सेंट पीटर्सबर्ग के पास एक नदी में चार भारतीय मेडिकल छात्र डूब गए हैं। इनके साथ एक पांचवा छात्र भी था जिसे बचा लिया गया था, जो अभी अस्पताल में भर्ती है। सभी छात्र रूस के वेलिकी नोवगोरोड में स्थित यारोस्लाव-द-वाइज नोवगोरोड स्टेट यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहे थे।
यह घटना 4 जून को हुई थी। जिसमें 2 छात्रों के शव तुरंत बरामद हो गए थे। बाकी के 2 छात्रों की तलाश तब से ही जारी थी। लेकिन आज उनका भी शव बरामद हो गया है। चारों छात्रों के शव भारत को वापस भेजे जा रहे हैं। भारत के अधिकारी शवों को वापस लाने के लिए रूस के स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में हैं।
जलगांव जिला कलेक्टर आयुष प्रसाद ने बताया कि, उन्हें भारतीय अधिकारी ने बताया कि शवों को मुंबई ले जाया जा रहा है और बाद में उन्हें जलगांव जिले में छात्रों के घर पर ले जाया जाएगा। इस घटना में मृतकों की पहचान जिशान पिंजारी, जिया फिरोज पिंजारी, हर्षल अनंतराव देसले और मलिक गुलामगौस मोहम्मद याकूब के रूप में हुई है।
मृतक के परिवार के सदस्य ने बताया कि, वोल्खोव नदी में सभी के प्रवेश करते समय, जिशान अपने माता-पिता के साथ वीडियो कॉल पर बात कर रहा था। उसका परिवार जिशन और अन्य लोगों से पानी से बाहर आने के लिए कह रहे थे की तभी एक तेज़ लहर ने सभी को बहा दिया था।
इस घटना के बाद भारतीय दूतावास ने शुक्रवार को रूस में रह रहे सभी भारतीय छात्रों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है। दूतावास ने कहा कि, रूस में भारतीय छात्रों के डूबने की घटनाएं समय-समय पर सामने आती रहती हैं। इस साल अब तक इसमें चार भारतीय छात्रों की जान जा चुकी है। इससे पहले 2023 में 2 और 2022 में डूबने के 6 मामले सामने आए थे।
इसे देखते हुए ही दूतावास ने रूस में भारतीय छात्रों से समुद्र तटों, नदियों और अन्य जल निकायों में जाते समय सावधानी बरतने का आग्रह किया है। छात्रों को इस संबंध में सभी आवश्यक सावधानियां और सुरक्षा उपाय करने की सलाह दी गई है।