डेवोन कॉनवे (नाबाद 152) और रचिन रवींद्र (नाबाद 123) की जोड़ी ने कल गुरुवार को अहमदाबाद में खेले गये विश्व कप के ओपनर मे इंग्लैंड को नौ विकेट से हरा कर उनका हौंसला ही तोड़ दिया। जिस pitch पर इंग्लैंड के खिलाड़ी स्ट्रगल करते नज़र आ रहे वहां इन दोनों ने ऐसा एकतरफ़ा प्रदर्शन किया कि मानो वे किसी क्लब टीम की बॉलिंग के सामने खेल रहे हों। पहले batting करते हुए इंग्लैंड ने 282 रन ही बनाये थे। इस स्कोर के बावजूद इंग्लिश फ़ैन्स को अपनी टीम से उम्मीद थी। उन्हें लगा था कि डिफ़ेंडिंग चैंपियंस न्यूज़ीलैंड को टक्कर तो देंगे ही। लेकिन ऐसा हो नहीं पाया। रचिन रविंद्र और डेवन कॉन्वे ने इंग्लिश बोलर्स को कोई मौका ही नहीं दिया। दोनों खिलाडियों ने मुकाबला एकतरफा कर दिया था। इस बड़ी जीत के साथ, कीवी टीम ने चार साल पहले विश्व कप फाइनल में मिली हार का बदला भी ले लिया।
कॉनवे – रचिन की साझेदारी top पर।
रचिन ने अपने वेलिंगटन टीम के साथी डेवोन कॉनवे के साथ 273 रन की unbroken partnership की – विश्व कप इतिहास में ये चौथा सबसे बड़ा पार्टनरशिप स्टैंड रहा। यह दोनों खिलाडियों के लिए एक यादगार रात थी, जिन्होंने अपने विश्व कप पदार्पण पर शतक बनाए; रवींद्र के लिए, उनके भारतीय मूल के माता-पिता के स्टैंड में मौजूद होने से यह खुशी दोगुनी हो गयी। रविंद्र को Player of the match award भी मिला। साथ ही वो वर्ल्ड कप डेब्यू मैच में शतक जड़ने वाले तीसरे सबसे युवा बैटर बन गए हैं।
रचिन रविंद्र का भारत से गहरा कनेक्शन।
जब 2019 के फाइनल मे इंग्लैंड ने न्यूजीलैंड को मात दी थी तब रचिन बेंगलुरु के एक बार मे बैठकर मैच देख रहे थे। भला किसे ही पता कि अगले वर्ल्डकप मे ही वे इंग्लैंड के खिलाफ मिली जीत के हीरो बन जायेंगे। रचिन रविंद्र का भारत से बेहद गहरा नाता है। उन्होंने भारत में ही क्रिकेट के गुण सीखे हैं। यहीं ट्रेनिंग ली है। यहां तक कि उनके पिता ने उनका नाम भी भारत के दो महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ को मिलाकर रखा है।
रचिन ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा, “शतक हमेशा खास होता है।” “लेकिन भारत में प्रदर्शन करने में सक्षम होने के मामले में, यह बहुत अच्छा है। मेरे माता-पिता को ground मे देखना अच्छा लगा: वे न्यूजीलैंड से आए थे। भारत आना हमेशा अच्छा होता है – वहाँ है जब भी मैं बेंगलुरु में होता हूं तो अपने दादा-दादी से मिलकर एक पारिवारिक रिश्ते का एहसास भी होता है।”
वर्ल्डकप चेज़ में 150 बनाने वाले पहले बल्लेबाज बने कॉनवे।
कुछ महीनों पहले ही नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए IPL फाइनल मुकाबले मे कॉनवे ने CSK के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण पारी खेली थी जिसने CSK को पांचवी बार चैंपियन बनने मे मदद की। और ऐसा लग रहा है कि कॉनवे ने जो फॉर्म वहाँ छोड़ा था उसी को कल वर्ल्डकप मे जारी रखा। कल की पारी के बाद कॉन्वे अब सफल वर्ल्ड कप चेज़ में 150 से ज्यादा रन बनाने वाले पहले प्लेयर भी बन गए।