सागर । IT विभाग ने मध्यप्रदेश सागर में तीन दिन तक लगातार कार्रवाई कर बड़ा खुलासा किया है। बंडा से भाजपा के पूर्व विधायक हरवंश सिंह राठौर और पूर्व पार्षद राजेश केशरवानी के आवासों पर IT के छापों में 150 करोड़ से अधिक की टैक्स चोरी पकड़ी गई है।
200 करोड़ से अधिक की संपत्ति का भी पता चला है, जिसमें तीन जगह से करीब 19 किलो सोना, 144 करोड़ की नकदी लेनदेन और 7 बेनामी लग्जरी कारें और तालाब में तीन मगरमच्छ मिले हैं। पूरा मामला टैक्स चोरी, मनी लॉड्रिंग, कंस्ट्रक्शन, जानवरों की तस्करी और शराब – बीड़ी कारोबार से जुड़ा हुआ है।
विभाग की टीमें 50 से अधिक गाड़ियों से सागर पहुंची थी। कार्रवाई की खबर लगते ही सागर के सभी बड़े कारोबारियों में हड़कंम मचा हुआ था।
राठौर परिवार दशकों से ही संभाग का बड़ा बीड़ी कारोबारी और राजनीति में प्रभावशाली परिवार रहा है। हरवंश सिंह की राजेश केशरवानी के साथ कंस्ट्रक्शन के काम में साझेदारी का खुलासा हुआ है, जिस कारण IT विभाग उन तक पहुंची थी।
हरवंश सिंह राठौर भाजपा के दिग्गज नेता और सागर जिले के बड़े कारोबारी हैं। वह 2013 में बंडा विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए थे। वर्तमान में उन्हें भाजपा जिलाध्यक्ष पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा था। उनके पिता हरनाम सिंह राठौर मध्य प्रदेश सरकार में जेल मंत्री रह चुके हैं। हरवंश पूर्व में विधायक के पहले जिला पंचायत के दो दफा अध्यक्ष भी रहे हैं, इसलिए उनको पार्टी जिलाध्यक्ष बनाए जाने की पूरी संभावना थी।
मगरमच्छो के संबंध में वन विभाग को सूचना दे दी गई है। सोना – चांदी सीज नहीं किया गया क्योंकि केशरवानी परिवार ने गोल्ड और जूलरी खरीदी के दस्तावेज प्रस्तुत कर दिए थे।
रेड के दौरान केशरवानी के नजदीकी और LIC एजेंट राकेश छावड़ा के यहां भी छापेमारी की गई थी। क्यूंकि जो फॉर्च्यूनर कार राजेश केशरवानी के यहां से मिली है वह राकेश छावड़ा के नाम पर खरीदी गई थी, इसलिए वे भी IT की जांच में आए थे। राठौर, केशरवानी और छावड़ा आपस में बिजनेस साझेदार रहे हैं। हालांकि छावड़ा के अड्डों से कुछ खास नहीं मिला।
आयकर विभाग के अधिकारियों ने अनुसार, इस कार्रवाई से सागर जिले में कर चोरी और बेनामी संपत्तियों पर कड़ा प्रहार हुआ है। छापेमारी के दौरान मिले दस्तावेजों की जांच से टैक्स चोरी और संपत्तियों की पूरी सच्चाई सामने आएगी।