छत्तीसगढ़ में हुए स्थानीय निकाय चुनावों में वोटों की गिनती आज पूरी हो चुकी हैं और परिणाम भी सामने हैं। विधान सभा चुनावों की तरह इस बार भी हर स्तर पर भाजपा का मज़बूत प्रदर्शन रहा। पार्टी ने 10 की 10 निगमों, 49 में से 36 नगर पालिकाओं पर कब्ज़ा किया है। पहली बार EVM के माध्यम से चुनाव कराए गए थे। एक नज़र कुछ प्रमुख शहरों के परिणामों पर!
रायपुर की विशेष जीत!
सबसे पहले राजधानी रायपुर की बात करते हैं, जहां भाजपा प्रत्याशी मीनल चौबे ने कांग्रेस की उम्मीदवार दीप्ति दुबे को 1 लाख 53 हज़ार मतों से पराजित किया। रायपुर नगर निगम में 70 में से 60 वार्डों पर भाजपा की जीत हुई। कांग्रेस 7 पर ही सिमट गई और 3 पर निर्दलीयों ने जीत हासिल की। पार्टी के लिए यह जीत इसलिए भी विशेष हैं क्योंकि यहां पर 15 वर्षों तक कांग्रेस का ही दबदबा रहा हैं।
बिलासपुर में भी अच्छा परिणाम!
अब बारी बिलासपुर की, जहां भाजपा प्रत्याशी पूजा विधानी ने कांग्रेस के प्रमोद नायक को 66 हज़ार से अधिक वोटों से हराया। बिलासपुर शहर के 70 वार्डों में भाजपा को 45 तो कांग्रेस को 22 सीटें मिलने का अनुमान हैं।
रायगढ़ में चायवाला बनेगा महापौर!
रायगढ़ के चुनावों में चाय की दुकान चलाने वाले उम्मीदवार जीववर्धन सिंह चौहान ने कांग्रेस की जानकी काटजू को 34356 वोटों से हरा दिया गया। जानकी को 21946, वहीं जीववर्धन को 56311 वोट्स मिले थे। अब जीववर्धन महापौर पद पर आसीन होंगे।
दुर्ग में बाघमार विजयी!
दुर्ग शहर की बात करें तो यहां भाजपा की अलका बाघमार ने कांग्रेस की प्रेमलता पोषण साहू को पराजित कर महापौर की कुर्सी पर कब्ज़ा किया हैं। दुर्ग नगर निगम के 60 वार्डों में भाजपा के 40, कांग्रेस के 12 और 5 निर्दलीय पार्षद जीतकर आए हैं।
अंबिकापुर में बड़े अंतर से जीत!
अंबिकापुर नगर निगम में भाजपा से मंजूषा भगत ने कांग्रेसी डॉ. अजय तिर्की को 11 हज़ार 63 वोटों के बड़े अंतर से पटखनी दी हैं। वहां के 48 में से 31 पर भाजपा ने कब्ज़ा किया, 15 पर कांग्रेस जीती और 2 वार्डों पर निर्दलीयों ने बाज़ी मारी।
अन्य शहरों में भी खिला कमल!
इसके अलावा धमतरी, राजनांदगांव, कोरबा, चिरमिरी और जगदलपुर में भी भाजपा महापौर प्रत्याशी ही विजयी हुआ हैं।
निष्कर्ष
इन परिणामों से स्पष्ट हैं कि भाजपा पूरे राज्य में मज़बूत हैं। विजेताओं को शुभकामनाएं और पराजित उम्मीदवारों को आत्ममंथन करने की जरूरत हैं।