जयपुर में राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के बाद पूरे मध्यप्रदेश में भी विरोध-प्रदर्शन किए जा रहे हैं। यहां तक इंदौर की करणी सेना ने 6 दिसंबर को कलेक्टोरेट का घेराव किया। हत्यारों के एनकाउंटर की मांग की गई। कलेक्टर ने ज्ञापन लेकर उचित फोरम तक बात पहुंचाने का आश्वासन दिया, तब जा कर प्रदर्शन खत्म हुआ।
करणी सेना इंदौर के अध्यक्ष ऋषिराज सिंह सिसोदिया के नेतृत्व में राजपूत समाज के युवा बड़ी संख्या में कलेक्टोरेट पहुंचे। पुलिस ने प्रशासनिक संकुल में प्रवेश वाले द्वार को बैरिकेड लगाकर बंद कर दिया था। धीरे-धीरे भीड़ जुटती गई, जिसमें महिलाएं भी थीं। आंदोलन को देखते हुए कलेक्टोरेट से मोती तबेला की ओर जाने वाला मार्ग बंद कर दिया गया। यातायात पुलिस ने वाहनों को डायवर्ट किया गया।
सिसोदिया ने कहा कि, “सोशल मीडिया के माध्यम से गोगामेड़ी को लगातार धमकियां मिल रही थीं। गोगामड़ी के हत्या साजिश की गई है। पुलिस को उनके हत्यारों का एनकाउंटर करना चाहिए। यदि गोगामड़ी को पुलिस सुरक्षा दी जाती तो यह घटना नहीं होती। उन्होंने पुलिस से शिकायत भी की, लेकिन उनकी सुरक्षा का ध्यान नहीं रखा और इस बात पर पुलिस ने ध्यान भी नही दिया”। कार्यकर्ता काफी देर तक धरने पर भी बैठे रहे।
जयपुर में नाराज करणी सेना कार्यकर्ताओं ने सड़क पर गाड़ियों के टायर भी जलाए। कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन के दौरान गाड़ी के पुराने टायर साथ में लाए हुए थे। कार्यकर्ता चिल्ला-चिल्ला कर एक ही बात कह रहे थे। हत्या करने वालों का एनकाउंटर किया जाए। समझाने पर करणी सेना के कार्यकर्ता नहीं माने तो पुलिस ने सड़क से जबरन उठाकर गिरफ्तार कर लिया। लोगों को तीन घंटे बाद दोपहर में ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात मिल सकी।
करणी सेना के भोपाल महानगर के अध्यक्ष कृष्णा बुंदेला ने बताया कि, 6 दिसंबर को हत्या के विरोध में राजपूतों ने राजस्थान बंद कराया। यदि हत्या करने वाले दोनों युवकों का एनकांउटर नहीं किया गया तो पूरा मध्य प्रदेश बंद कराएंगे। चुनाव के समय बंदूक, रिवाल्वर संबंधित थाने में जमा कराई गई थीं। फिर कहां से युवकों के पास रिवाल्वर आ गई, इसकी जांच की जाए।