तमिलनाडु में आए मिचौंग तूफान के बाद की तबाही से तमिलनाडु के हालत ठीक ही हो रहे थे,कि उस पर एक और आफत आ पड़ी तमिलनाडु के दक्षिणी इलाके में रविवार सुबह से तेज बारिश शुरू हो रही है। जो सोमवार सुबह तक जारी रही। कन्याकुमारी, तिरुनेलवेल्ली, थूथुकुडी और तेनकासी सहित दक्षिणी इलाको में बारिश के कारण सड़के व कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। मुख्य सचिव शिव दास मीना ने सोमवार को को बताया कि बारिश और बाढ़ की वजह से नौसेना और वायुसेना से मदद मांगी गई है। उन्होंने कहा कि बचाव और राहत अभियान के लिए 84 नाव तैनात की गई है, तथा सरकार ने आज यानि 18 दिसंबर को इन चारों जिलों में छुट्टी की घोषणा की है।
तमिलनाडु में भारी बारिश के कारण चार जिलों के सभी स्कूल और शिक्षा संस्थानों को आज बंद कर दिया गया है। जिनमे ये चार जिले हैं – तिरूनेलवेली, थूथुकुडी, कन्याकुमारी और टेंकासी, इन सभी जगह पर सार्वजनिक और निजी संस्थानों के अलावा इन जिलों के बैंकिग और दूसरे फाइनेंसियल संस्थानो को भी बंद कर दिया गया है। और इन चारों जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही बाढ़ प्रभावित इलाकों में से कम से कम 7,500 लोगों को इलाके से सुरक्षित निकाला गया और उन्हे 84 सुरक्षित जगह में रखा गया है। इतना ही नहीं बलकि एक अधिकारी ने बताया कि ‘कॉमन अलर्ट प्रोटोकॉल’ के जरिए 62 लाख लोगों को एसएमएस अलर्ट भेजे गए है
आपको बता दे की राष्ट्रीय आपदा मोचन बल’ (NDRF) और ‘राज्य आपदा मोचन बल’ (SDRF) के कर्मियों और बचाव सेवा में पुलिस की टीमों ने भारी बाढ़ वाले इलाकों से लोगों को सुरक्षित निकाला और उन्हे सुरक्षित जगह पर ठहराया है। इतना ही नहीं बल्कि रेल सेवा भी बंद की गई है,दक्षिणी रेलवे ने कहा कि तिरुनेलवेली-तिरुचेंदूर खंड में श्रीवैकुंटम और सेदुंगनल्लूर के बीच सेवा बंद करनी पड़ी क्योंकी रेलवे ट्रैक से ‘गिट्टी’ बह गई और रेलवे पटरियों पर पानी जमा हो गए है।
इंडियन मेट्रोलोजिकल डिपार्टमेंट के मुताबिक अगले दो से तीन दिनों तक तमिलनाडु में भारी बारिश हो सकती है स्थानीय मेट्रोलोजिकल डिपार्टमेंट के मुताबिक कोमोरिन और उसके पड़ोसी इलाकों में चक्रवात की स्थिति बनी हुई है।ऐसे में आने वाले दिनों में बारिश होने की पूरी पूरी संभावना है जिसके लिए मुख्य सचिव शिव दास मीना ने जिन इलाकों में भारी बारिश की संभावना है वह के जिलों के डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर से बातचीत की है और हर मुमकिन कदम उठाने की बात कही है। इतना ही बल्कि डिजास्टर मैनेजमेंट की तीन टीमों की भी तैनाती की और रिलिफ कैंप लगाए गए हैं जहाँ लोगों के रहने व खाने की पूरी व्यवस्था की गई है।