नई दिल्ली। तीन दिन बाद संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है। इसके पहले राज्य सभा में नए नियम लागू किए गए हैं। इसमें कहा गया है कि सदन में उठाए जाने वाले विषयों का पहले से प्रचार नहीं किया जाए। साथी सदस्यों को भी नहीं बताएं। सदन में थैंक क्यू, जयहिंद, वंदे मातरम जैसे नारे नहीं लगाएं। स्पीकर की सदन के भीतर या बाहर आलोचना नहीं करें। तख्तियां लेकर सदन में आने या लहराने पर भी रोक लगाई गई है।
गिफ्ट पर भी पाबंदी
सांसदों को गिफ्ट लेने पर भी रोक लगाई है। टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा को कैश फॉर क्वेरी मामले में सस्पेंड करने का कहा गया है। विदेशों से आने वाले न्यौते गृह मंत्रालय के जरिये देने का कहा गया है। विदेशी अंशदान अधिनियम 2010 की धारा 6 के तहत सांसदों को विदेश यात्राओं या विदेश के न्यौते-सत्कार स्वीकार करने के पहले केंद्र सरकार की इजाजत लेनी होगी। इसके लिए दो हफ्ते पहले सरकार को सूचना देनी होगी।
हीविश्वसनीयता की बात
संसद की विश्वसनीयता का खयाल रखने के साथ आचार संहिता के पालन के निर्देश दिए गए हैं, ताकि संसद की बदनामी न हो और जनता का भरोसा बना रहे। सांसदों को कहा गया है कि किसी भी धर्म का अनादर नहीं रें। जीवन में नैतिकता, शालीनता को बनाए रखें