आज पूरे विश्व में “World Wildlife Day” मनाया जा रहा हैं। इसका मकसद वन्यजीवों और उनके आवासों के संरक्षण को महत्व देना हैं। 2013 में अपने 68वें सत्र में, United Nations General Assembly (UNGA) द्वारा ये निर्णय लिया गया था कि 3 मार्च को World Wildlife Day मनाया जाएगा। इसके बाद पहली बार 3 मार्च 2014 को इसे मनाया गया था और तब से यह प्रतिवर्ष आयोजित किया जा रहा हैं। तारीख 3 मार्च को ही चुनने का एक विशेष कारण हैं। इसी दिन 1973 में Convention on International Trade in Endangered Species of Wild Fauna and Flora (CITES) पर हस्ताक्षर किए गए थे। ये एक वैश्विक समझौता हैं जिसका मुख्य उद्देश्य ये सुनिश्चित करना हैं कि वन्यजीवों और पौधों का व्यापार सुरक्षित तरीके से हो और उनकी प्रजातियां भी सेफ रहे।
2025 की थीम!
इस साल की थीम हैं Wildlife Conservation Finance: Investing in People and Planet जिसका मतलब यह हैं कि ऐसे उपाय अपनाना जिससे वन्यजीवों की सुरक्षा के साथ साथ स्थानीय लोगों की भी भलाई हो। इसके अलावा वन्यजीव संरक्षण के लिए पर्याप्त राशि जुटाने में लिए बेहतर तरीकें खोजें जाएं।
भारत और वन्यजीव संरक्षण!
भारत ने वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए कई सकारात्मक कदम उठाएं हैं। जिनमें “Project Tiger” और “Project Elephant” प्रमुख हैं। केवल इतना ही नहीं, भारत में राष्ट्रीय पार्कों और बायोस्फीयर रिजर्व्स की बड़ी संख्या है। इसके अलावा, भारत CITES और अन्य अंतरराष्ट्रीय समझौतों का बखूबी पालन करता है।
Project Tiger:
भारत से विलुप्त हो रहे Bengal Tigers को बचाने और उनके आवासों की सुरक्षा हेतु तथा विशेष तौर पर उनके लिए अभ्यारण्य बनाने हेतु Project Tiger का प्रारंभ 1973 में किया था। 1973 में मात्र 9 क्षेत्रों को बाघ अभ्यारण्य के रुप में निर्धारित किया गया था। लेकिन दिसंबर 2024 तक ये संख्या बढ़कर 57 हो चुकी हैं। वहीं बाघों की जनसंख्या की बात करें तो साल 2006 में भारत में केवल 1411 tigers थे, जो 2022 तक बढ़ते बढ़ते 3682 हो चुके हैं। भारत में दुनियाभर के तकरीबन 70% बाघ पाए जाते हैं।
Project Elephant
Project Elephant विलुप्त हो रहे हाथियों को बचाने के लिए की गई एक सार्थक पहल थी जिसकी शुरुआत 1992 में की गई थी। यदि आंकड़ों की माने तो, भारत में 27,000 एशियाई हाथी पाए जाते हैं जो विश्व में हाथियों की प्रजातियों में सबसे बड़ी हैं।
वन्यजीव संरक्षण ज़रूरी क्यों?
वन में रहने वाले प्राणियों को बचाना इसलिए ज़रूरी हैं क्योंकि वे हमारे पर्यावरण का एक बहुत ही अहम हिस्सा हैं। वे Biodiversity को बनाए रखने के साथ साथ पृथ्वी को भी स्वस्थ रखते हैं। इसके अलावा वन्यजीवों से जुड़ा रोज़गार और पर्यटन कई लोगों के लिए महत्वपूर्ण हैं।
इन्हें बचाने के लिए हम क्या कर सकतें हैं?
वन्यजीवों के अवैध शिकार और व्यापार को रोकने में मदद करें। वन्यजीवों के प्राकृतिक आवासों की रक्षा करें। वन्यजीवों के बारे में दूसरों को जागरुक करें। ऐसा लाइफस्टाइल अपनाएं जो पर्यावरण के अनुकूल हो। ये दिन हमें यह याद दिलाता है कि अपने ग्रह के वन्यजीवों और उनके आवासों की रक्षा के लिए मिलकर काम करने की ज़रूरत हैं। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम आने वाली पीढ़ियों के लिए एक समृद्ध ग्रह छोड़कर जाएं।