By using this site, you agree to the Privacy Policy
Accept
May 16, 2025
The Fourth
  • World
  • India
  • Politics
  • Sports
  • Business
  • Tech
  • Fourth Special
  • Lifestyle
  • Health
  • More
    • Travel
    • Education
    • Science
    • Religion
    • Books
    • Entertainment
    • Food
    • Music
Reading: विभाजन की पीड़ा को शब्दों मे बाँधता ‘पिंजर’
Font ResizerAa
The FourthThe Fourth
Search
  • World
  • India
  • Politics
  • Sports
  • Business
  • Tech
  • Fourth Special
  • Lifestyle
  • Health
  • More
    • Travel
    • Education
    • Science
    • Religion
    • Books
    • Entertainment
    • Food
    • Music
Follow US
Books

विभाजन की पीड़ा को शब्दों मे बाँधता ‘पिंजर’

हिंदुस्तान विभाजन की पृष्ठभूमि पर लिखा गया उपन्यास है 'पिंजर'

Last updated: जुलाई 5, 2023 5:54 अपराह्न
By Rajneesh 2 वर्ष पहले
Share
5 Min Read
SHARE

चारो तरफ दंगा फ़ैल गया था। पूरो के गाँव में, जो अब पाकिस्तान में आ गया था, मुसलमान ज्यादा थे और हिन्दू गिनती मात्र, गाँव के डरे सहमे सारे हिंदू एक हवेली में छुपे थे। यदि कोई हवेली से बाहर आता तो मार दिया जाता था। एक रात जब हिन्दू मिलिट्री के ट्रक गाँव में आए तो लोगों ने हवेली में आग लगा दी। मिलिट्री ने आग बुझा कर लोगों को बाहर निकाला। “आधे जले हुए तीन आदमी भी निकाले गए, जिनके शरीर से चर्बी बह रही थी, जिनका मांस जलकर हड्डियों से अलग-अलग लटक गया था। कोहनियों और घुटनों पर से जिनका पिंजर बाहर को निकल आया था। लोगों के लारियों में बैठते-बैठते उन तीनों ने जान तोड़ दी। उन तीनों की लाशों को वही फेंककर लारियाँ चल दीं। उनके घर वाले चीखते-चिल्लाते रह गए, पर मिलिट्री के पास उन्हें जलाने-फूंकने का समय नहीं था ।” इस दर्दनाक मंजर को शब्दों मे बयां किया गया है पंजाबी हिन्दी भाषा की सबसे लोकप्रिय लेखकों में से एक अमृता प्रीतम की महानकृति ‘पिंजर’ मे। पिंजर का मतलब एक पिंजरा या कंकाल। पिंजर अमृता प्रीतम ने अपना यादगार किरदार पूरो बनाया है, जो महिलाओं के खिलाफ हिंसा और मानवता की हानि के बीच संघर्ष करती है और फिर अस्तित्वगत नियति के प्रति उसका अंतिम समर्पण होता है।

यूँ तो हिंदुस्तान — पाकिस्तान विभाजन की पृष्ठभूमि पर कई उपन्यास लिखे गए लेकिन पिंजर का उनमें अपना अलग और महत्वपूर्ण स्थान है। पिंजर उपन्यास में मुख्यतः दो पात्र हैं पहला पात्र पूरो है जो कि हिंदू परिवार से है और 14 वर्ष की लड़की है दूसरा मुख्य पात्र है रशीद जो कि 22 वर्ष का एक मुस्लिम नौजवान है। इन दोनों के परिवारों में पुरानी दुश्मनी है जो कि इन के दादा परदादा के समय से चली आ रही है। इस दुश्मनी का मार किस पर पड़ी यह इस उपन्यास में दर्शाया गया है। पिंजर हजारों-लाखों महिलाओं की व्यथा की दास्तान है, उस समय की व्यथा जब विभाजन की लकीर औरतों के लहू से सींची गयी।
विभाजन की त्रासदी के 75 वर्ष बाद भी इसके घाव उतने ही ताज़ा है, बंटवारा मे टुकड़े सिर्फ भारत की धरती ही नही दोनों तरफ के कई शरीरों का भी बंटवारा हुआ कुछ उनमे जीवित थे कुछ मुर्दे, यह बात जाने कितनी ही बार कितने लेखकों/लेखिकाओं ने उल्लेख किया है। जैसे मंटो का एक अफ़साना ‘खोल दो’ आपको रूह को भी झकझोर कर रख देता है। यशपाल के ‘झूठा-सच’ और भीष्म साहनी के ‘तमस’ भी मन पर गहरी छाप छोड़ते है। कहानियां, किताबें कई और भी हैं। लेकिन पिंजर आपको कुछ और अनुभव कराती है। बाद मे इस किताब पर आधारित एक पीरियड फिल्म भी बनाई गई जिसके निर्देशक डॉ. चंद्रप्रकाश द्विवेदी थे। फिल्म धीरे धीरे एक कल्ट फैवरेट बन गई।

आमतौर पर साहित्यकार अपनी कृतियों पर बनी फिल्मों से असंतुष्ट रहते हैं। डॉ. द्विवेदी ने अमृता प्रीतम को कैसे उपन्यास के अधिकार देने के लिए राजी किया? डॉ. द्विवेदी कहते हैं, ‘उन्होंने मेरा टीवी धारावाहिक चाणक्य देखा था। मैंने स्क्रिप्ट लिखने के बाद उन्हें भेजी और बताया कि जरूरी परिवर्तन किए हैं, आप देख लें। उनका जवाब था,’ “मैंने उपन्यास लिख कर अपना काम पूरा किया। मैं जानती हूं कि साहित्य व सिनेमा अलग-अलग माध्यम हैं। सिनेमा के लिए आपको परिवर्तन करने पडे होंगे। मुझे आप पर विश्वास है। आप अपनी विधा के माहिर हैं। मैं स्क्रिप्ट देखना और पढना नहीं चाहती। आप फिल्म बनायें। तो इस तरह पिंजर ने एक उपन्यास से लेकर सिनेमा तक का सफर तय किया। पिंजर को आज भी भारत के विभाजन की पृष्ठभूमि पर लिखे गए सर्वश्रेष्ठ साहित्य में से एक माना जाता है।

You Might Also Like

साहित्य के ‘नोबेल’ से सम्मानित होने वाली ‘हान’ की ख़ास बातें!

कोई उडा़कर पर काट भी दे तो तुम बन जाना ‘डार्क हॉर्स’!

बहुत दूर कितना दूर होता है?

‘मोहन राकेश की डायरी’ और मैं!

वर्तमान के मह्त्व को सिखाती Eckhart Tolle की ये किताब

TAGGED: #amritapritam, #bookreview, #drdwivedi, #indianpakistanpartition, #indiapakistan, #manojbajpayee, #novel, #novelreview, #pinjar
Share This Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp LinkedIn
What do you think?
Love0
Sad0
Happy0
Sleepy0
Angry0
Dead0
Wink0

Follow US

Find US on Social Medias

Weekly Newsletter

Subscribe to our newsletter to get our newest articles instantly!

Please enable JavaScript in your browser to complete this form.
Loading

Popular News

mukhtar ansaripng 271804784 16x9 0 - The Fourth
India

गैंगस्टर एक्ट मामले में मुख्तार अंसारी को 10 साल जेल की सजा, 5 लाख का जुर्माना

2 वर्ष पहले

ईरान में 20 मिनट के अंदर 2 धमाके हुए, 96 लोगो की मौत

पश्चिम बंगाल में संदेशखाली हिंसा को लेकर बवाल, फिर लगाई धारा 144

वो पुराने दिन : एप्पल के एप्पल बनने के सफर की शुरुआत

शिव मंदिर के उपर बनाई गई अजमेर की दरगाह…जज की किताब मे दावा, अब होगा सर्वे!

You Might Also Like

quiet - The Fourth
Books

सुज़ैन कैन की किताब जिसने खड़ा कर दिया Quite Revolution

2 वर्ष पहले
WhatsApp Image 2023 10 07 at 6.59.56 PM - The Fourth
Books

ईरानी हैवानियत से पर्दा हटाती है नरगिस की किताब ‘White torture’।

2 वर्ष पहले
TELEMMGLPICT000340398576 16875349523100 trans NvBQzQNjv4BqdpvMzvDPwt8NESGVrk78CiHdwd6gEG5fHxicqFjMGPU - The Fourth
Books

बुकर की शॉर्टलिस्टेड किताबों की लिस्ट मे भारतीय मूल की लेखिका का उपन्यास भी

2 वर्ष पहले
E4CK985UYAMEfuT - The Fourth
Books

क्या आपने उस गुलाब के बारे में सुना है जो कंक्रीट से उगा? – 2Pac

2 वर्ष पहले
The Fourth
  • About Us
  • Contact
  • Privacy Policy
  • Careers
  • Entertainment
  • Fashion
  • Health
  • Lifestyle
  • Science
  • Sports

Subscribe to our newsletter

Please enable JavaScript in your browser to complete this form.
Loading
© The Fourth 2024. All Rights Reserved. By PixelDot Studios
  • About Us
  • Contact
  • Privacy Policy
  • Careers
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?