पिछले कुछ समय से ऐसे अनुमान लगाया जा रहा था कि, विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। इसी अटकलों के बीच राहुल गांधी ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल में एक फोटो साझा की है, जिसमें वह इन दोनों खिलाड़ियों के साथ नजर आ रहे हैं। तस्वीर के साथ उन्होंने कैप्शन में लिखा है कि, आज दोनों खिलाड़ियों के साथ मुलाकात वा बातचीत हुई। राहुल के अलावा दोनों ने कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल से भी मुलाकात की थी।
इसमें मामले में मीडिया द्वारा पूछे जाने पर, राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री “भूपिंदर सिंह हुड्डा” ने कांग्रेस में दोनों खिलाड़ियों के प्रवेश के बारे में न तो स्वीकार किया और न ही उसका इनकार किया। उन्होंने मीडिया से कहा कि, वह अभी इस विषय में कुछ नहीं कह सकते है। वहीं, हरियाणा के अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के प्रभारी “दीपक बाबरिया” ने कहा कि, दोनों के नामांकन पर स्पष्टता परसों तक आएगी।
हालांकि, पार्टी के कुछ सूत्रों ने पुष्टि की है कि, नेतृत्व की ओर से दोनों को पहले ही टिकट मिल चुका है, जिसमें विनेश को तीन सीटों के और बजरंग के दो सीटों का विकल्प दिया गया है। इसमें विनेश के लिए दादरी, बाढड़ा और जुलाना, तो बजरंग के लिए बहादुरगढ़ और भिवानी की सीटें शामिल हैं।
खबर है कि, भूपिंदर हुड्डा ने पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) की बैठक में दोनों खिलाड़ियों की टिकट के लिए वकालत की थी। वहीं, उनके बेटे दीपेंद्र हुड्डा जो खुद रोहतक से एक कांग्रेस सांसद हैं, वह 17 अगस्त को पेरिस ओलंपिक से लौटने के बाद विनेश फोगट को लेने के लिए दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे थे। साथ ही एयरपोर्ट से बलाली तक रोड शो के दौरान भी वे विनेश के साथ मौजूद थे।
खाप पंचायत ने भी विनेश को स्वर्ण पदक से सम्मानित किया था। पिछले सप्ताह विनेश हरियाणा-दिल्ली की शंभू सीमा पर विरोध के लिए डेरा डाले हुए किसानों से मिलने गईं थी। उनसे मिलने पर विनेश ने खुदको उनकी बेटी बताया था और भगवान से उनके न्याय के लिए प्रार्थना का आश्वासन दिया था।
यह सब घटनाएं और अब विनेश और बजरंग का कांग्रेस की ओर से हरियाणा चुनाव लडने वाली बात, वाद-विवाद और आलोचना का विषय बन चुका है। हर कोई पिछले साल बृज भूषण के खिलाफ हुए पहलवानों के विरोध प्रदर्शन को कांग्रेस का एजेंडा का नाम दे रहा है। लोगों का कहना है कि, विनेश, बजरंग, साक्षी मालिक और अन्य खिलाड़ियों को कांग्रेस ने भाजपा की छवि खराब करने लिए के पैसे और सत्ता का लालच दिया था।
दीपेंद्र का रोड शो में शामिल होना, खाप पंचायत का विनेश को स्वर्ण पदक से सम्मानित करना और विनेश का विरोध कर रहे किसानों से मिलना, इन सब घटनाओं को जोड़कर जनता का कहना है कि, विनेश और बजरंग का कांग्रेस में शामिल होना एक सोची समझी योजना है। लोगों की चिंता है कि, पहले जो विरोध न्याय की मांग के लिए किया जा रहा था अब उसकी राजनीति से प्रभावित अभियान में बदलने की संभावना है।