भारतीय जूनियर महिला हॉकी टीम ने FIH हॉकी महिला जूनियर विश्व कप 2023 अभियान की शानदार शुरुआत करते हुए बुधवार को टूर्नामेंट के अपने शुरुआती मैच में कनाडा के खिलाफ 12-0 से शानदार जीत हासिल की हैं। मैदान चाहे जंग का हो या खेल का, बात जब देश की आती है तो हर कोई उत्साह से भर जाता है। पिछले दिनों ICC Cricket World Cup में देश को हारते देख हर भारतवासी का मन मायूसी से भर गया लेकिन समय के साथ आगे बढ़ना ही जीवन है। अब एक बार फिर से देश का हौसला बढ़ाने का मौका आया है।
भारत FIH हॉकी महिला जूनियर वर्ल्ड कप में अपना कमाल दिखाने के लिए उतरा है। कमाल की बात ये है कि, भारतीय टीम ने वर्ल्ड कप का धमाकेदार आगाज किया है। टीम इंडिया ने अपने पहले ही मैच में विपक्षी टीम को बुरी तरह से हरा दिया है। सैंटियागो में खेले गए पहले मैच में भारतीय महिला हॉकी टीम का मुकाबला कनाडा से था। जहां इंडिया ने कनाडा को 12-0 से हराकर टूर्नामेंट की शानदार शुरुआत की है।
भारत की ओर से मुमताज खान, अन्नु और दीपिका सोरेंग जीत की नायिका रहीं। इन तीनों ने विपक्षी गोल पोस्ट में गोल्स की बरसात कर दी, मुमताज खान ने 26वें, 41वें, 54वें और 60 वें मिनट में 4 गोल दागे। 21 वें मिनट में डिप्पी मोनिका टोप्पो और 45वें मिनट में नीलम का गोल आया। अन्नु के पेनल्टी कॉर्नर पर दागे गए दो गोल से भारत ने आक्रामक शुरुआत की और जल्द ही बढ़त हासिल कर ली, दो गोल करने के बावजूद भारत ने आक्रामक खेल जारी रखा और पहले क्वार्टर तक बढ़त 2-0 की बनी रही।
डिप्पी और मुमताज ने विपक्षी टीम पर बने दबाव का फायदा उठाया और एक एक फील्ड गोल दाग कर दूसरे क्वार्टर में भी भारत का दबदबा बरकरार रखा। कनाडा को भी पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन टीम उसका फायदा नहीं उठाया सकी। हाफटाइम तक भारत ने चार गोल की बढ़त बना ली थी। दूसरे हाफ में दीपिका ने पेनल्टी कॉर्नर तब्दील किया जिसके बाद अन्नु ने भी हैट्रिक पूरी की है। मुमताज ने अपना दूसरा गोल दागा। वहीं नीलम ने पेनल्टी को गोल में बदलकर भारत की बढत 8-0 की कर दी। आखिरी क्वार्टर में दीपिका और मुमताज ने गोल दागे। अब शुक्रवार को भारतीय टीम अपने दूसरे मुकाबले में जर्मनी से भिड़ेगी।
भारतीय महिला जूनियर हॉकी टीम के हौसले बुलंद हैं। उन्होंने इसी साल जून में जूनियर एशिया कप का खिताब भी अपने नाम किया था। जापान के काकामिगहारा में महिला जूनियर एशिया कप 2023 के फ़ाइनल मैच में भारतीय महिला हॉकी टीम ने रिपब्लिक ऑफ़ कोरिया के ख़िलाफ़ 2-1 से जीत दर्ज करते हुए ऐतिहासिक ख़िताब अपने नाम किया था। यह पहली बार था जब भारतीय टीम ने इस प्रतियोगिता का ख़िताब अपने नाम किया।