हर साल 27 फरवरी को दुनिया भर में World NGO day मनाया जाता है। NGO यानी Non-Government Organization, यह दिवस NGO के महत्व को समझाने और विश्व भर के NGO में काम करने वाले उन लोगों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से मनाया जाता है, जो लोगों और जिवों के लिये कोई विशेष काम करते हैं। पहली बार इस दिन को बाल्टिक सागर राज्य परिषद के NGO फोरम ने 27 अप्रैल, 2010 को आधिकारिक तौर पर घोषित किया था। लेकिन इसे 27 फरवरी, 2014 को World NGO Day के रूप में मनाया गया था और यह दुनिया भर में NGO के समुदाय के लिए एक ऐतिहासिक दिन बन गया।
साथ ही बाल्टिक सागर NGO फोरम डेनमार्क, एस्टोनिया, फिनलैंड, जर्मनी, आइसलैंड, लातविया, लिथुआनिया, पोलैंड, रूस, नॉर्वे और स्वीडन जैसे देशों में भी मनाया जाता हैं। कुल मिलाकर, विश्व एनजीओ दिवस लगभग 89 देशों और 6 महाद्वीपों में मनाया जाता है।
क्या है NGO? (Non-Government Organization)
NGO का मतलब है, गैर-सरकारी संगठन यह ऐसे संगठन है जो सरकार के साथ पंजीकृत होते हैं। यह एक निजी संगठन होता है जिसे समाज सुधार व सहायता करने के इच्छुक कुछ समाजसेवी लोगों द्वारा शुरू किया जाता है। जो अलग-अलग जगहों में काम करते हैं। NGO का काम ज़रूरतमंदों की मदद करना है और यह अलग-अलग प्रकार के होते है। जैसे कुछ NGO इंसानों की मदद के लिए, तो कुछ जीवों की के लिए काम करते हैं और कुछ NGO बच्चों के लिए होते है। यह मदद करने के लिए किसी से कोई शुल्क नहीं लेते है। देश में जीतने भी NGO है उनको सरकार आर्थिक सहायता प्रदान करती है, जिससे वे समाज के लोगों के लिए अच्छे से अच्छा काम कर सके।
CBI द्वारा देश में पहली बार पंजीकृत NGO की संख्या के बारे में जांच की गई। जिस जांच से पता चला है कि, भारत में कम-से-कम 31 लाख एनजीओ पंजीकृत है। जो देश में स्कूलों की संख्या में दोगुना और सरकारी अस्पतालों की संख्या से 250 गुना ज्यादा है।
भारत का पहला NGO
भारत का पहला NGO सन 1917 में कोलकाता में कविगुरु रवींद्रनाथ टैगोर के भतीजे श्री गजेंद्रनाथ ठाकुर ने खोला था। यह NGO हैंडलूम क्लॉथ मैन्यफैक्चर मजदूरों के लिए स्थापित किया था। इसका नाम “द बंगाल होम इंडस्ट्रीज एसोसिएशन” जो कि भारतीय कंपनी एक्ट 7 के अंतर्गत रजिस्टर्ड हुआ था।
भारत के टॉप 5 NGO
- स्माइल फाउंडेशन
- नन्ही कली
- गिवइंडिया फाउंडेशन
- गूंज
- हेल्पएज इंडिया