दिग्विजय सिंह ने दिया ऊटपटाँग बयान: राहूल गांधी
कांग्रेस के वरिष्ट नेता दिग्विजय सिंह ने भारत जोड़ो यात्रा में सोमवार को 2016 में हुई सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर चौका देने वाली बात कही है। हालाकी, उनकी बात पर लगातार उठ रहे बयानों के बाद, उन्होंने अपनी बात वापिस लेली, लेकिन उनकी बात पर लोगों में अभी भी आक्रोश दिख रहा है।
दरअसल, सोमवार को कांग्रेस पार्टी के वरिष्ट नेता दिग्विजय सिंह ने जम्मू कश्मीर में चल रही भारत जोड़ों यात्रा में भाषण के दौरान, पाकिस्तान के खिलाफ 2016 के सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल किया है। उन्होंने कहा की “भाजपा सरकार सर्जिकल स्ट्राइक करने के दावे करती है, लेकिन अभी तक उसका कोई भी सबूत क्यू नहीं है”। जिसके बाद उनके इस सवाल के कारण विवाद छिड़ गया है।
इस मामले पर भाजपा के कई नेताओं सहित मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा की “कांग्रेस का डीएनए पाकिस्तान परस्त है, कभी ये लोग सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांगते हैं, तो कभी भगवान राम के अस्तित्व का सबूत मांगते हैं”। चोका देने वाली बात ये भी है की दिग्विजय का साथ इस बात पर उनकी खूद की पार्टी कांग्रेस ने छोड़ दिया।
कांग्रेस ने उनके बयान के बाद तुरंत प्रतिक्रिया बिठाई और खूद को उनकी इस टिप्पणी से अलग कर दिया और कहा की उनके द्वारा व्यक्त किए गए विचार, उनके खूद के हैं”, पार्टी की ऐसी सोच नहीं है। ये पहली बार नहीं है, जब पार्टी ने दिग्विजय के किसी बयान पर उनका साथ छोड़ा है। उनके इस बयान पर राहूल गांधी ने भी कहा की “वो पार्टी के एक वरिष्ट नेता हैं, लेकिन उन्होंने जो बात कही वो किसी ऊटपटाँग बात से काम नहीं”। उन्होंने ये भी कहा की “भारतीय सेना अपना काम मेहनत और निडरता से करती है, उनको अपने काम का प्रूफ देने की कोई जरूरत नहीं है”।
अपने दिए गए बयान के बाद दिग्विजय सिंह ने भी अपनी बात वापिस लेते हुए कहा की हम सुरक्षाबलों का काफी सम्मान करते हैं और उनको सर्वोच्च स्थान देते हैं।