विवाद और विरोध के बावजूद पठान की ब्लॉकबस्टर शुरुआत।
कई विवादों को लेकर चर्चा मे रही सिद्धार्थ आनंद की फिल्म ‘पठान’ आज 100 से अधिक देशों में हिंदी, तमिल और तेलुगु में रिलीज हो चुकी है। पठान को लेकर देश मे दो अलग तरह का माहौल बना हुआ है, माहौल को देखकर तो ऐसा ही लगेगा जैसे ये दो अलग फ़िल्मों के रिएक्शन है, फिल्म को कहीं-कहीं हिन्दू संगठनों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है तो कई शहरों में भारी उत्साह के साथ फिल्म का स्वागत हुआ है | कहीं थिएटर के बाहर पटाखे जलाये जा रहे हैं तो कहीं सिनेमा हॉल से लोगों को बाहर निकाल शो बंद कराये जा रहे हैं, कहीं फिल्म की तारीफ हो रही है तो कहीं फ़िल्मों के पोस्टर्स फाड़े जा रहे है।
विवादों के बावजूद काफी बड़ी थिएटर रिलीज।
शाहरुख खान, दीपिका पादुकोण और जॉन अब्राहम स्टारर इस फिल्म ने पहले ही बॉक्स ऑफिस पर एडवांस बुकिंग के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। फिल्म पर उम्मीदें भी टिकी हैं कि यह सिनेमाघरों के जादू को फिर से जीवित करेगी क्योंकि कई सिंगल स्क्रीन जो नुकसान के कारण महामारी के दौरान बंद हो गए थे फिल्म के साथ फिर से खुल रहे हैं। कुल मिलाकर 9000 स्क्रीन पर पठान को रिलीज किया गया है। दर्शकों की तरफ से जैसे रिएक्शन आ रहे है उन्हें देख कर तो ऐसा लग रहा है कि ये मूवी बॉक्स ऑफिस के काफी रिकॉर्ड तोड़ने वाली है।
कई तरह के बवालों से घिरी रही है मूवी।
पठान फिल्म काफी लंबे समय से विवादों मे घिरी रही है, पहले फिल्म के गाने बेशरम रंग मे दीपिका की पहनी हुई भगवा बिकनी की वजह से हो, फिल्म का टाइटल पठान होने की वजह से हो या फिर फ़िल्मों मे शाहरुख खान है इसलिये भी और अगर ये तीन वजह भी कम है तो बॉयकॉट बॉलीवुड जैसे ट्रेंड तो है ही।
बॉयकॉट बॉलीवुड के टैग की आड़ लेकर किसी भी फिल्म का विरोध गलत।
बॉयकॉट बॉलीवुड के टैग की आड़ लेकर किसी भी फिल्म का विरोध नया अब ट्रेंड सा बन गया है,अब ये ट्रेंड लोग बस मजे के लिए करने लगे जो काफी गलत बात है, क्यूंकि किसी भी फिल्म को नकारने से पहले हमें उसे कम से कम एक मौका तो देना ही चाहिए। सीधे बॉयकॉट की वजह से हम तो इंटरटेनमेंट से वंचित होंगे ही उसके साथ साथ फिल्म बनाने वाली कास्ट और क्रू की मेहनत नुकशान के जिम्मेदार भी हम सब ही होते है