शादी, दाढ़ी, तनख्वाह और बहन पर राहुल गांधी के दिल की बात !
नई दिल्ली। राहुल गांधी के राजनीतिक इंटरव्यू तो अक्सर आते रहते हैं। ऐसा कम ही होता है, जब वह अपनी निजी जिंदगी पर खुलकर बात करें। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान उन्होंने “कर्ली टेल्स” नाम के चैनल को दिलचस्प इंटरव्यू दिया है,जिससे सभी कांग्रेसी सोशल मीडिया पर खूब शेयर कर रहे हैं। राहुल ने कहा की ‘शादी के खिलाफ नहीं हूं… सही लड़की मिल जाए, जरूर करूंगा। समझदारी और सरलता का तालमेल होना चाहिए… और कुछ नहीं। एक मुश्किल ये है कि मेरे लिए मोहब्बत और शादी का पैमाना जरा ऊंचा है, क्योंकि मैंने अपने माता-पिता को साथ रहते देखा है। प्रेम, सम्मान और एक-दूसरे के लिए समझ के मामले में वो मिसाल थे।पहली बार राहुल ने जिंदगी के उन किस्सों से परदा हटाया है, जो अब तक आम आदमी के सामने नहीं आए।
पहली पगार से हैरान !
राहुल ने बताया कि मेरी पहली तनख्वाह 24-25 साल की उम्र में आई थी, जब इंग्लैंड में एक कंपनी के लिए बतौर रणनीतिकार काम किया था। पहली तनख्वाह ने मुझे हैरान कर दिया, क्योंकि उस दौर में वो बहुत ज्यादा पैसे थे। ढाई-तीन हजार पौंड का चेक आया था। यानी ढाई-तीन लाख रुपए।
बहन से होती थी लड़ाई
प्रियंका गांधी के साथ रिश्ते पर बोले कि हमारे बीच बहुत झगड़ा होता था। पिता के निधन के बाद हम कभी नहीं लड़े। मतभेद आज भी हो जाते हैं, लेकिन वो ज्यादा देर नहीं चलते। दादी और मां का लाड़ला मैं हूं, लेकिन पिता की चहेती वो रही।
दाढ़ी बनवा लूंगा
दाढ़ी के बारे में कहा कि कोई दिखावा या मान-मन्नत नहीं है… बस, अच्छी लगी तो रख ली। यात्रा के बाद बनवाऊंगा। यात्रा के बारे में कहा कि इसे आप एक तपस्या समझिए, क्योंकि हमारी सभ्यता में तपस्या का स्थान सबसे ऊंचा है। हां, इस सफर के बाद मेरा सब्र बढ़ गया है। कोई हाथ खींच लेता है, कोई धक्का दे देता है। पहली मैं चिढ़ जाया करता था, लेकिन अब नहीं। न मेरा पसंदीदा रंग है और न ही घूमने की जगह। मुझे तो बस सफर पसंद है। खाने में भी सब खा लेता हूं, सिवाय कटहल के। गुस्सा आता है, तो चुप हो जाता हूं।