विश्व चैंपियनशिप के लिए बहरीन जाने का रास्ता खुल गया है। इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने मध्यप्रदेश के पैरा-एथलीटस् के लिए मदद का हाथ आगे बढ़ाया है। शहर के खिलाडिय़ों के लिए तीन लाख रुपए का इंतजाम करवा दिया है। पांच खिलाडिय़ों में से चार इंदौर के ही हैं। संजय रजक जबलपुर के हैं। उनकी कोई व्यवस्था नहीं हुई है। हो सकता है बहरीन नहीं जा सकें। खिलाडिय़ों ने कहा कि इंदौर कलेक्टर की तरफ से मदद मिल गई है। बाकी पैसे का इंतजाम हम कर लेंगे। कोच मिथलेश कैमरे ने कहा कि हमें कलेक्टर दफ्तर से चेक मिल गया है। अब खिलाड़ी जल्द उड़ान भरेंगे।
बहरीन में 2 दिन का टूर्नामेंट
26 और 27 नवंबर को टूर्नामेंट होना है। कोच ने आधा खर्च उठाने की बात भी कह दी है। सपना शर्मा, सपना चौहान, पिंकी दुबे और भविष्य जैन इंदौर से हैं। कल तक इनका कोई इंतजाम नहीं हुआ था। खेल मंत्री विश्वास सारंग तक बात पहुंचाई गई। उन्होंने दिलासा देकर टाल दिया। अब इंदौर के अधिकारी से मदद मिली है।
खिलाड़ियों ने कलेक्टर को धन्यवाद दिया
खिलाड़ी सपना ने कहा कि, “हमने तो उम्मीद ही छोड़ दी थी। जब मेडल जीत कर लौटेंगे तो पहला शुक्रिया इंदौर कलेक्टर का ही करेंगे।” एक-एक खिलाड़ी के हिस्से 75 हजार रुपए दिए गए हैं। कलेक्टर ने कहा कि “इनकी मदद कर फख्र महसूस हो रहा है। जबलपुर के खिलाड़ी की बदहाली पर नाराजी है। उसे मदद नहीं मिलना शर्मनाक है।” रजक ने इससे हुई प्रतियोगिता में कांस्य जीता था। अभी जो टीम जा रही है, इसमें सपना और पिंकी से मेडल की उम्मीद ज्यादा है।