वाराणसी के रामनगर क्षेत्र में 12 साल की मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म में असफल होने पर इरशाद नामक आरोपी ने बेरहमी से हत्या कर दी। बुधवार को मासूम बच्ची का शव अर्धनग्न अवस्था में घर से दो सौ मीटर दूर कंपोजिट विद्यालय में मिला था। इरशाद ने बच्ची के हाथ पैर तोड़कर प्लास्टिक के बोरे में भर दिया था। शरीर पर कई जगहों पर चोट के निशान भी मिले है। पुलिस इरशाद का पता लगा ही रही थी कि, उसने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। इस पर जवाबी कार्रवाई में पुलिस की तरफ से भी फायरिंग की गई। इससे गोली आरोपी इरशाद के पैर में लगी। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर अस्पताल ले जाया गया है।
पुलिस ने बताया कि, 25 दिसंबर को करीब 10.30 बजे बहादुरपुर स्थित प्राइमरी स्कूल के पास से नाबालिग लड़की के शव मिलने की सूचना मिली थी। सूचना मिलते ही पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची। सभी उच्च अधिकारीयों ने भी घटनास्थल की जांच की और साथ ही मौके पर फोरेंसिक टीम भी मौजूद थी। तुरंत सीसीटीवी को खंगाला गया। सीसीटीवी फुटेज की जांच में पूरी घटना खुलकर सामने आई। बच्ची के घर के पास रहने वाले इरशाद ने उसकी रेकी की। उसे अगवा कर रेप का प्रयास किया। सीसीटीवी में दिखा है कि, रेप के प्रयास में सफल न होने पर उसने बच्ची के सिर को पत्थर से कुचल दिया। बच्ची की हत्या करने के बाद उसने शव को बोरे में भरकर प्राइमरी स्कूल में फेंक दिया।
लाश मिलने के बाद परिजनों द्वारा पुलिस के ऊपर लापरवाही का आरोप भी लगाया गया था, उनपर आरोप थे कि उन्होंने इस मामले की अच्छे जांच पड़ताल नहीं की थी। लापरवाही बरतने की जानकारी मिलने के बाद सुजाबाद चौकी प्रभारी उमेश राय को निलंबित कर दिया गया।
इसके पहले भी महाराष्ट्र के ठाणे से 12 वर्षीय लड़की के अपहरण और हत्या के मामले मे कल यानी बुधवार के दिन आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही आरोपी की तीसरी पत्नी और एक अन्य व्यक्ति को भी इस कत्ल के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है। 23 दिसंबर की शाम करीब 4 बजे लड़की को कल्याण शहर के कोलसेवाड़ी घर से अगवाह किया गया था। जिसके बाद लड़की की लाश मंगलवार सुबह करीब 10 बजे भिवंडी के पास बापगांव में एक कब्रिस्तान के पास मिली हालांकि हत्या के पीछे का मकसद अभी तक साफ नहीं हो पाया है।
पुलिस ने अपराध में इस्तेमाल किए किया गया ऑटोरिक्शा भी जब्त कर लिया है। साथ ही पुलिस कई सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है और यह भी पता लगा रही है कि, क्या अपराध में और लोग शामिल थे? हालांकि, आगे की जांच के दौरान मुख्य आरोपी के खिलाफ़ कई सबूत मिले है। वह कोलसेवाड़ी का निवासी है और पहले भी उसके खिलाफ संपत्ति से जुड़े अपराधों सहित कुछ आपराधिक मामले दर्ज किए जा चुके हैं।