भारतीय पहलवानों और कुश्ती प्रेमियों के लिए मंगलवार एक अच्छी खबर लेकर आया, जब भारत के खेल मंत्रालय ने Wrestling Federation of India (WFI) पर लगे 442 दिन लंबे suspension को हटा दिया हैं। ये suspension 24 दिसंबर 2023 को लगाया गया था जिसके बाद Domestic कुश्ती Tournaments का आयोजन और International Tournaments के लिए टीम के चयन का रास्ता साफ हो गया हैं।
पूर्व अध्यक्ष पर गंभीर आरोप
WFI के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व सांसद बृज भूषण शरण सिंह पर महिला पहलवान के साथ यौन उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगा था, जिसके बाद WFI की छवि को बहुत ही गहरा धक्का लगा। नए अध्यक्ष संजय सिंह को बृज भूषण का करीबी माना जाता हैं, जिससे transparency पर सवाल उठने लगे। इसके अलावा अंडर-15 (U-15) और अंडर-20 (U-20) राष्ट्रीय चैंपियनशिप की जल्दबाजी में घोषणा करने से नाराज होकर खेल मंत्रालय को यह फैसला लेना पड़ा।
खेल मंत्रालय के निर्देश
WFI के suspension के वक्त जो बदलाव किए थे, उन्हें वापस लेना होगा। जो नए पदाधिकारी बनाए गए हैं, उनके बीच सही तरीके से काम करना होगा और निर्णय लेने में संतुलन बनाए रखना होगा। ये सब चार हफ्तों के भीतर करना होगा। जो पदाधिकारी नहीं बने या जिन्हें suspend किया हैं, वे Federation और उनकी units से अलग रहेंगे। WFI की working committee को इस बारे में भी 4 हफ्तों के अंदर काम करना होगा। WFI को ये सुनिश्चित करना होगा कि सब International Tournaments के लिए चयन transparent और neutral तरीके से किया जाए, जैसा कि UWW के नियमों में बताया गया हैं। इसके अलावा Athletes Commision का पुनर्गठन किया जाए, जिसमें केवल active या चार साल के भीतर retired पहलवान शामिल हों, ताकि खिलाड़ियों के हितों का ध्यान रखा जा सके।
अध्यक्ष और पूर्व अध्यक्ष की प्रतिक्रिया
WFI के अध्यक्ष संजय सिंह ने इस फैसले पर आभार जताया। वहीं पूर्व अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह ने कहा कि ये उन खिलाड़ियों की जीत हैं जिनका इस विवाद से कोई लेना देना नहीं था, लेकिन जिन्हें इसके कारण नुकसान उठाना पड़ा।
निष्कर्ष
Suspension हटना एक सही कदम है, लेकिन WFI को भी ध्यान रखना होगा कि भविष्य में इस तरह की समस्याएं फिर से न हो। इस फैसले से भारतीय कुश्ती में एक नई शक्ति का संचार होगा और उम्मीद है कि आने वाले समय में भारतीय पहलवान Internationally अपनी छाप छोड़ेंगे।