16 जून को फिल्म ‘आदिपुरुष’ रिलीज होने जा रही है जिसमें राम राज्य की स्थापना का भी वर्णन देखा जायेगा। राम राज्य की बात तो भारत में होती है, लेकिन क्या आप जानते है कि विश्व मे एक ऐसी जगह है जहां राम नाम की मुद्रा चलती है, जी हाँ! आपने सही सुना नीदरलैंड्स में। इस मुद्रा को महर्षि महेश योगी की संस्था ‘द ग्लोबल कंट्री ऑफ वर्ल्ड पीस (GCWP) ने 2002 में जारी किया था- यह एक नॉन प्रॉफिट संस्था है और मेडिटेशन, शिक्षा व दुनियाभर के शहरों में शांति के प्रसार के लिए काम करती है। इसी संस्था ने ‘ राम’ नाम की मुद्रा जारी की थी और इसके नेता थे न्यूरोलॉजिस्ट टॉनी नाडर।
कुछ समय पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो और कुछ तस्वीरें सामने आयी थी। हालाँकि, जैसा कि वीडियो मे दावा किया गया है, कि ये कोई देश है तो ऐसा बिल्कुल नहीं है। GCWP की वेबसाइट में एक शहर का उल्लेख है, जिसे महर्षि वैदिक सिटी कहा जाता है, जिसका अपना कानून है, हां उसके नाम मे कंट्री ये बात बिल्कुल सच है इस करेंसी को महर्षि महेश योगी की संस्था ‘द ग्लोबल कंट्री ऑफ वर्ल्ड पीस’ (GCWP) ने साल 2001 में जारी किया था, इस नोट में भगवान राम की तस्वीर बनी हुई है। हालांकि, इस करेंसी को वर्ल्ड बैंक से कभी मान्यता नहीं मिली है।
कौन हैं महर्षि योगी
महर्षि महेश योगी का जन्म छत्तीसगढ़ राज्य में हुआ था। उनका असली नाम महेश प्रसाद वर्मा था। भौतिकी में उच्च शिक्षा लेने के बाद उन्होंने शंकराचार्य ब्रह्मानंद सरस्वती से दीक्षा ली। इसके बाद उन्होंने विदेशों में अपना प्रचार प्रसार किया था। विशेष रूप से उनका ट्रान्सेंडैंटल मेडिटेशन विदेशों में बहुत लोकप्रिय है। वर्ष 2008 में उनका निधन हो गया। महर्षि महेश योगी ने ‘राम’ नाम की एक मुद्रा भी चलाई थी जिसे नीदरलैंड्स ने साल 2003 में क़ानूनी मान्यता दी थी।
‘राम’ नाम की इस मुद्रा में चमकदार रंगों वाले एक, पाँच और दस के नोट थे। इस मुद्रा को महर्षि की संस्था ‘ग्लोबल कंट्री ऑफ़ वर्ल्ड पीस’ ने साल 2002 के अक्टूबर में जारी किया गया था। नीदरलैंड्स के कुछ गाँवों और शहरों की सौ से अधिक दुकानों में ये नोट चलने लगे थे. इन दुकानों में कुछ तो बड़े डिपार्टमेंट स्टोर श्रृँखला का हिस्सा थे। अमरीकी राज्य आइवा के महर्षि वैदिक सिटी में भी ‘राम’ मुद्रा का प्रचलन था. वैसे 35 अमरीकी राज्यों में ‘राम’ पर आधारित बॉन्डस शुरू किए गए थे।
क्या है वीडियो और नोटों का असल सच।
जब जीसीडब्ल्यूपी की खोज की गई, तो हमें वेबसाइट ‘ globalcountry.org ‘ मिली, जिसमें खुद को 100 से अधिक देशों में शैक्षिक संगठनों के संघ के रूप में उल्लेख किया गया था, जो दुनिया में शांति, प्रगति और समृद्धि बनाने के लिए काम कर रहे थे। वेबसाइट आगे खुद को “सीमाओं के बिना राष्ट्र” के रूप में उल्लेख करती है। इसका उल्लेख “महर्षि वैदिक सिटी, आयोवा, यूएसए: शहर उपनियमों के रूप में भी किया गया है, आगे यह उल्लेख किया गया कि विश्व शांति के वैश्विक देश का अंतर्राष्ट्रीय मुख्यालय नीदरलैंड में है। यह 3.5 वर्ग मील ग्रामीण भूमि पर स्थित है, जिसमें शहर की सीमाएँ ‘ महर्षि वैदिक नगर ‘ वेबसाइट पर अंकित हैं। दुनिया के देशों में कृषि प्रोजेक्ट के विकास, गरीबी को मिटाने के लिए इस ‘राम’ नाम की मुद्रा छापी गई। साल 2003 तक कुछ यूरोपीय व अमेरिकी शहरों में इस मुद्रा का इस्तेमाल शुरू हो चुका था।
‘राम’ मुद्रा की कीमत, भारत मे 1 राम मतलब 800 ₹
नीदरलैंड में ‘राम’ मुद्रा का उपयोग कानून का उल्लंघन नहीं हैं। नीदरलैंड की डच दुकानों में एक ‘राम’ के बदले दस यूरो मिल सकते हैं। नीदरलैंड्स में सैंकड़ों दुकानों और गांवों व शहरों में 10 यूरो प्रति ‘राम’ पर यह मुद्रा चल रही है। राम मुद्रा के एक, पांच और दस के नोट भी मिलते है। नोटों पर राम राज्य मुद्रा भी लिखा हुआ है। यहां के 100 दुकानों और तकरीबन 30 गांवों और शहरों में यह मुद्रा चलती है।
इसका मतलब रामराज्य अभी सिर्फ कहानियों का हिस्सा?
सोशल मीडिया पर अगर आपको भी ‘द ग्लोबल कंट्री ऑफ वर्ल्ड पीस से जुड़ी यह खबर मिल जायेगी। कि यह एक हिंदू राष्ट्र हैं और यहाँ की करेंसी को पूरी दुनिया में मान्यता मिली हुई हैं तो आप इस पर बिल्कुल भी विश्वास ना करे।