दिल्ली में यमुना का बढ़ता जलस्तर अब चिंता का कारण बनता जा रहा है। दरअसल यमुना का जलस्तर काफी बढ़ गया है। जिसके कारण दिल्ली के निचले इलाकों में पानी भरने लगा है। हालात यहां तक पहुंच गई हैं कि हजारों परिवारों को अपना घर छोड़ने में मजबूर हो गए है और सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा है। अब आलम यह है कि यमुना का जलस्तर बढ़ने से दिल्ली की कई सड़कें भी प्रभावित हो रही हैं।
दिल्ली यातायात पुलिस की सलाह के अनुसार, यमुना के जल स्तर में वृद्धि और इसके परिणामस्वरूप निचले इलाकों में पानी भर जाने के कारण कुछ सड़कों पर यातायात प्रभावित हुआ है। एडवाइजरी में कहा गया है कि यमुना का जलस्तर बढ़ने के कारण बाहरी रिंग रोड पर वजीराबाद से विकास मार्ग और रिंग रोड पर काली घाट मंदिर से दिल्ली सचिवालय के बीच यातायात नियंत्रित किया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि अगर हालात बिगड़ते हैं तो ट्रैफिक डायवर्जन भी किया जा सकता है। चूंकि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के पास सड़क किनारे कई राहत शिविर हैं, इसलिए शिविरों के पास यातायात भीड़ होने की संभावना है। इन स्थानों पर यातायात को नियंत्रित करने के लिए कर्मचारियों की तैनाती की गई है।
सीएम केजरीवाल ने की अपील
इस पूरे हालात को देखते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राज्य की जनता से अपील की है। केजरीवाल ने दिल्ली के सभी विधायकों, काउंसलर्स और लोगों से राहत शिविरों में जाने और संभव सहायता करने की अपील की है। यमुना किनारे एरिया में देर रात भारी बारिश का पानी अब लोगों के घरों के अंदर घुस गयाहै। आनन-फानन में लोग अपना जरूरत का सामान निकालकर सड़क पर आ गए। करीब सैकड़ों परिवार अपने बच्चों के साथ सड़क पर रहने को मजबूर हैं।
दिल्ली में यमुना ने तोड़ा 45 साल का रिकॉर्ड
45 साल के बाद दिल्ली में यमुना नदी के जलस्तर ने रिकॉर्ड तोड़ा है। ऐसा बताया जाता है कि भारत के इतिहास में पहली बार राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर 208 के पार पहुंचा है। फिलहाल दिल्ली में जलस्तर 208.46 मीटर दर्ज किया गया है। दिल्ली सरकार के फ्लड डिपार्टमेंट का दावा है कि सरकारी दस्तावेजों में अब तक सर्वोच्च 207.49 जलस्तर दर्ज था। 1978 में राजधानी में सबसे ज्यादा 207.49 जलस्तर पहुंचा था। वैसे सरकारी दस्तावेजों में 1963 के बाद का ही रिकॉर्ड दर्ज है।