मध्यप्रदेश की राजनीति मे में विकीलीक्स की एक रिपोर्ट ने भूकंप का काम किया है। सोशल मीडिया पर बीजेपी नेताओं की ओर से शेयर किए जा रहे विकीलीक्स के एक पत्र के मुताबिक यह दावा किया जा रहा है कि कमलनाथ ने 1976 में न्यूक्लियर डील से जुड़ी महत्वपूर्ण और गोपनीय जानकारी अमेरिका को दी थी। सिख दंगे के आरोपों के बाद ये दूसरा बड़ा मामला है जिसमें बीजेपी ने कमलनाथ को इस तरह से घेरा हो। परमाणु परीक्षण की जानकारी अमेरिका को लीक करने के आरोप लगाए हैं। अगर बात सही है तो निश्चित रूप से ये बहुत गंभीर मामला है। कांग्रेस को कमलनाथ को आगे आकर इसकी सफ़ाई देनी पड़ेगी।ये बहुत गंभीर मामला है। ये राजनीतिक विषय नहीं है। देश की सुरक्षा का विषय है। देश की सुरक्षा से कोई भी खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं करना चाहिए।
1984 के दंगों मे भी आया था नाम
1984 के सिख विरोधी दंगों का हमेशा राजनीतिकरण किया गया है, पहले राजीव गांधी और फिर पीवी नरसिम्हा राव द्वारा। यह दुखद सत्य है जिससे कोई बच नहीं सकता। दंगों में कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ की भूमिका के बारे में इस बात के सबूत हैं कि वह दिल्ली के रकाब गंज गुरुद्वारे में मौजूद थे। मामले के दो प्रमुख गवाहों में से एक मुख्तियार सिंह ने एक हलफनामा भी दायर किया था। गुरुद्वारा 1984 के दंगों के स्थलों में से एक था और पुलिस द्वारा चलाई गई गोलियों से क्षतिग्रस्त हो गया था। इंडियन एक्सप्रेस के पत्रकार संजय सूरी ने इस पर और कमल नाथ की कथित भूमिका पर भी रिपोर्ट की। यहां तक कि नानावटी आयोग ने भी कहा कि कांग्रेस नेता घटनास्थल पर अपनी उपस्थिति के बारे में बताने में विफल रहे थे।
लेकिन ये विकिलीक्स आखिर क्या है?
विकीलीक्स एक ऐसी वेबसाइट है जो देशों, सरकारों और उनकी नीतियों के बारे में ऐसी महत्वपूर्ण खुफ़िया जानकारियों इंटरनेट पर उपलब्ध कराती है जो आम तौर पर लोगों को उपलब्ध नहीं होती हैं। वेबसाइट का दावा है कि उसके पास दस लाख़ से भी ज़्यादा गुप्त दस्तावेज़ हैं। वैसे इस वेबसाइट की सूचनाएँ जितनी सनसनीखेज होती हैं विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे का जीवन भी उतना ही दिलचस्प है। खुद असांजे का दावा है कि वे यायावर जीवन जीते हैं ।