भारतीय वायुसेना के स्थापना दिवस पर संगमनगरी में आयोजित एयर शो की वजह से दो से आठ अक्तूबर तक प्रयागराज एयरपोर्ट पर 76 विमानों की आवाजाही नहीं होगी। यह सभी विमान इंडिगो के हैं। सप्ताहभर इंडिगो की रायपुर, देहरादून, लखनऊ एवं इंदौर उड़ान दोनों ओर से निरस्त रहेगी। दरअसल, भारतीय वायुसेना का 91वां स्थापना दिवस इस बार प्रयागराज में मनाया जा रहा है। यहां एयर शो का रिहर्सल छह को होगा, जबकि मुख्य आयोजन आठ अक्तूबर हो होना है। उक्त कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी शामिल हो सकते हैं। हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि वायुसेना ने नहीं की है।
प्रयागराज में 1 अक्टूबर से लड़ाकू विमान कर रहे रिहर्सल
प्रयागराज में भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान और हेलीकॉप्टर जब आसमान में करतब दिखाएंगे, तो लोगों को रोमांच का अनुभव होगा। इसके लिए एयरफोर्स की सूर्यकिरण और सारंग टीम का रिहर्सल संगमनगरी में एक अक्टूबर से बमरौली एयरपोर्ट पर शुरू कर दिया है। खास बात है कि आसमान में लड़ाकू विमानों के रोमांचित करने वाले हैरतअंगेज करतब को देखने का आनंद पांच वर्ष बाद प्रयागराज के लोगों को मिलेगा। इससे पहले 2018 में महाकुंभ के ठीक पहले संगम पर एयर शो का आयोजन किया गया था, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल हुए थे।
स्वदेशी हल्के लड़ाकू विमान दिखाएंगे वायु सेना की ताकत
इसके साथ ही एयर शो में स्वदेशी को बढ़ावा देने के लिए 15 हेलीकॉप्टरों के जरिए आत्मनिर्भर विन्यास का प्रदर्शन किया जाएगा। इसमें अत्याधुनिक हल्के हेलीकॉप्टर प्रचंड, हल्के लड़ाकू हेलिकाप्टर और हल्के उपियोगिता वाले हेलीकॉप्टर भी शामिल होंगे। स्वदेशी हल्के लड़ाकू विमान तेजस, HTT-40, डार्नियर लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर भी दिखेंगे। इसके साथ ही फाइटर प्लेन राफेल, सुखोई, मिग, मिराज भी देखने को मिलेंगे।
भारतीय वायु सेना का इतिहास
इंडिया एयर फोर्स की स्थापना आधिकारिक तौर पर ब्रिटिश साम्राज्य द्वारा 8 अक्टूबर 1932 को की गई थी। उस समय भारत में अंगेजों का शासन था और इसे रॉयल इंडियन एयर फोर्स नाम से जाना जाता था। इसके बाद 26 जनवरी 1950 को भारत के गणतांत्रिक देश बनाने पर ‘रॉयल’ उपसर्ग को हटा दिया गया। भारत की आजादी से पहले 1945 के द्वितीय विश्वयुद्ध में इसने सहायक सेना के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
इसके पहले चीफ एयर मार्शल सर थॉमस डब्ल्यू एल्महर्स्ट थे, जो 15 अगस्त 1947 से 22 फरवरी 1950 तक इस पद पर रहे। उन्होंने ही एयरफोर्स को आर्मी से आजाद करवाया था। हालांकि प्रथम भारतीय के रूप में एयर मार्शल सुब्रत मुखर्जी ने 1 अप्रैल 1954 को एयर फोर्स के चीफ आफ स्टाफ के रूप मे वायु सेना अध्यक्ष का पद भार सम्भाला था। इंडियन एयरफोर्स का प्राथमिक मिशन भारतीय हवाई क्षेत्र को सुरक्षित करना तथा सशस्त्र संघर्ष के दौरान हवाई गतिविधियों का संचालन करना होता है। भारत की वायुसेना के प्रमुख ऑपरेशनों में ऑपरेशन कैक्टस, ऑपरेशन मेघदूत, ऑपरेशन मलाई, और ऑपरेशन विजय शामिल है।